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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s Discussions (5,028)

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"आ० भाई योगराज जी , आपका आशीष पा लेखन सफल हुआ . स्नेह बनायें रखे l"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

"आ० भाई रवि जी बहुत बहुत आभार l"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

"आ0 भाई   गंगाधर जी, इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभ…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

"बागबाँ, तितलियां, ख़ार, कलियों में तू, /“फूल सा मुस्कुराता हुआ कौन है? इल्म वाले बहुत…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

"देखिये तो ज़रा चाँद की ओट में "फूल सा मुस्कुराता हुआ कौन है" आ० भाई समर कबीर जी कोटि…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
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"चाहते हैं निजामत सभी कारकुन/जाँ कहें तो लुटाता हुआ कौन है।3 जो वतन का हुआ भूलकर खुद…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

"आ0  भाई रवि जी, बहुत बढ़िया ग़ज़ल कही है हार्दिक बधाई स्वीकारें l"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

"कृष्ण सा कौन है आपके साथ में खाए माखन चले न पता कौन है / इसकि किलकारियां ख़ूब हैं नग़म…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

"प्यार के बाद में सोचता कौन है /जानिबे इंतहा देखता कौन है / मुझको उनके तसव्वुर ने महक…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

"नेकियाँ अब भला बाँटता कौन है/इस ज़माने में ये सरफिरा कौन है दरमियाँ सूखी मुरझाई शक्ल…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

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"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी "
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Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया ....
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय "
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Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . कागज
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी स्नेहिल प्रशंसा का दिल से आभारी है सर ।  नव वर्ष की हार्दिक…"
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