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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s Discussions (5,028)

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"उन्हें तो शौक परिंदों  के पर कतरने कामगर तू हौसला रखना उड़ान भरने का /1बिछा के  जाल…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Dec 25, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-66

700 Dec 27, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"तमस में उत्तर के तारे सी चमकती इस ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई ..आ० मिथिलेश भाई"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Dec 25, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-66

700 Dec 27, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ० भाई समर कबीर जी इस बोलती ग़ज़ल के लिए कोटि कोटि बधाई l"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Dec 25, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-66

700 Dec 27, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"ख़बर फरिश्ते ये लाये हैं इब्ने मरियम की ये दिन है आज का सजने का और संवरने का बहुत खू…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Dec 25, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-66

700 Dec 27, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"सिमट सिमट के जिए जा रहा था मैं लेकिन किरण किरण ने सिखाया मज़ा बिखरने का आ० भाई रवि जी…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Dec 25, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-66

700 Dec 27, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"न टिक सका कभी मौसम के सामने कोई सबब ये भी था मेरे टूटने बिखरने का सुंदर ग़ज़ल हुई है औ…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Dec 25, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-66

700 Dec 27, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"बहुत खूब .....हार्दिक बधाई l"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Dec 25, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-66

700 Dec 27, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"हरेक ईंट का, हरदम जवाब पत्थर हो अभी समय नहीं है प्यार में उतरने का बहुत ही सुंदर ग़ज़ल…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Dec 25, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-66

700 Dec 27, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

""

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Dec 25, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-66

700 Dec 27, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ० भाई अखिलेश जी ,ग़ज़ल के भावों का अनुमोदन करने हेतु हार्दिक धन्यवाद l"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Dec 11, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-62

538 Dec 12, 2015
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

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"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी "
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post एक बूँद
"आ. भाई सुरेश जी, सादर अभिवादन। सुंदर रचना हुई है । हार्दिक बधाई।"
Tuesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . रोटी
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुंदर दोहे रचे हैं। हार्दिक बधाई।"
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Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . विविध
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभारी है सर "
Jan 2
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . विरह
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी "
Jan 2
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया ....
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय "
Jan 2
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . कागज
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी स्नेहिल प्रशंसा का दिल से आभारी है सर ।  नव वर्ष की हार्दिक…"
Jan 2

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