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अजय गुप्ता 'अजेय's Discussions (1,379)

Discussions Replied To (1158) Replies Latest Activity

"दर्दे-दिल को मिल गया मौका उभरने के लिए किसने बोला था उन्हें इतना सँवरने के लिए + सोच…"

अजय गुप्ता 'अजेय replied Jun 26, 2021 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-132

428 Jun 26, 2021
Reply by Samar kabeer

"अच्छे दोहे कहे हैं लक्मण भाई"

अजय गुप्ता 'अजेय replied Apr 16, 2021 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-126

25 Apr 16, 2021
Reply by Ashok Kumar Raktale

"क्षमा चाहूंगा चेतन जी। किन्तु जितना मैं जितना समझ पा रहा हूँ, इसमें मात्राएँ हीं हैं…"

अजय गुप्ता 'अजेय replied Apr 16, 2021 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-126

25 Apr 16, 2021
Reply by Ashok Kumar Raktale

"शुक्रिया लक्ष्मण भाई। "

अजय गुप्ता 'अजेय replied Sep 26, 2020 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-123

403 Sep 26, 2020
Reply by Samar kabeer

"अच्छी तरही ग़ज़ल के लिए बहुत दाद मैथानी जी"

अजय गुप्ता 'अजेय replied Sep 26, 2020 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-123

403 Sep 26, 2020
Reply by Samar kabeer

"अच्छी ग़ज़ल हुई जनाब नाकाम जी। बहुत बहुत दाद"

अजय गुप्ता 'अजेय replied Sep 26, 2020 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-123

403 Sep 26, 2020
Reply by Samar kabeer

"ग़ज़ल पर अच्छी उपस्थिति दर्ज हुई नादिर भाई। बहुत ख़ूब"

अजय गुप्ता 'अजेय replied Sep 26, 2020 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-123

403 Sep 26, 2020
Reply by Samar kabeer

"बहुत अलग अंदाज़ के अशआर मनीष जी। बहुत अच्छे लगे।"

अजय गुप्ता 'अजेय replied Sep 26, 2020 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-123

403 Sep 26, 2020
Reply by Samar kabeer

"आदाब आदरणीय। आपके आने , हौसला देने और मेरी तबीयत का ख़्याल रखने के लिए आभार समर साहब।…"

अजय गुप्ता 'अजेय replied Sep 26, 2020 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-123

403 Sep 26, 2020
Reply by Samar kabeer

"1 था पुलाव, शाही पनीर था, चपातियाँ रूमाली थीं मगर हुकूमत की दावत में चीजें सभी ख़याली…"

अजय गुप्ता 'अजेय replied Sep 26, 2020 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-123

403 Sep 26, 2020
Reply by Samar kabeer

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अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी आदाब, ग़ज़ल का अच्छा प्रयास है, ग़ज़ल अभी और मश्क़ और समय चाहती है। "
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अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"जनाब ज़ैफ़ साहिब आदाब ग़ज़ल का अच्छा प्रयास है बधाई स्वीकार करें।  घोर कलयुग में यही बस देखना…"
3 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"बहुत ख़ूब। "
4 hours ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय लक्ष्मण जी बहुत शुक्रिया आपका  सादर"
5 hours ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय अमीर जी  बहुत शुक्रिया आपका हौसला अफ़ज़ाई के लिए आपके सुझाव बेहतर हैं सुधार कर लिया है,…"
5 hours ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय अमित जी बहुत बहुत शुक्रिया आपका इतनी बारीक़ी से समझने बताने और ख़ूबसू रत इस्लाह के लिए,ग़ज़ल…"
5 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"ग़ज़ल — 2122 2122 2122 212 धन कमाया है बहुत पर सब पड़ा रह जाएगा बाद तेरे सब ज़मीं में धन दबा…"
6 hours ago
Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"2122 2122 2122 212 घोर कलयुग में यही बस देखना रह जाएगा इस जहाँ में जब ख़ुदा भी नाम का रह जाएगा…"
6 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आ. रिचा जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई। सुधीजनो के बेहतरीन सुझाव से गजल बहुत निखर…"
7 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"आदरणीय लक्ष्मण धामी भाई मुसाफ़िर जी आदाब, अच्छी ग़ज़ल हुई है मुबारकबाद क़ुबूल फ़रमाइये।"
8 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"मुहतरमा ऋचा यादव जी आदाब, ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है बधाई स्वीकार करें, कुछ सुझाव प्रस्तुत हैं…"
8 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-173
"जा रहे हो छोड़ कर जो मेरा क्या रह जाएगा  बिन तुम्हारे ये मेरा घर मक़बरा रह जाएगा …"
9 hours ago

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