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योगराज प्रभाकर's Discussions (10,563)

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"आपका बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीया मोहिनी जी !"

योगराज प्रभाकर replied Oct 7, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"रचनाएँ पसंद करने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया प्रीतम भाई !"

योगराज प्रभाकर replied Oct 7, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"इस विस्तृत समीक्षा के लिए आपका दिल से आभारी हूँ आदरणीय अम्बरीश भाई जी !"

योगराज प्रभाकर replied Oct 7, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आदरणीय प्रमोद वाजपेई जी, आपने कुण्डलिया छंद के माध्यम से बचपन के उस रूप से साक्षातका…"

योगराज प्रभाकर replied Oct 7, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"आपकी यह रचना ऊँगली पकड़ कर बचपन की तरफ ले जाती है ! इस सुन्दर प्रस्तुति पर मेरी हार्द…"

योगराज प्रभाकर replied Oct 7, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"बहुत ही सुन्दर कुंडलिया छंद कहा है आदरणीय अम्बरीश भाई जी - वाह ! न केवल दिया गए शब्द…"

योगराज प्रभाकर replied Oct 7, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"//देखकर नीले गगन पर कुछ पतंगें फिर उसी कोमल दिशा में लौटता हूँ। //   आफरीन कपूर साहि…"

योगराज प्रभाकर replied Oct 7, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"मुकरियां पसंद फरमाने के लिए सादर धन्यवाद आदरणीय कपूर साहिब ! "प्रतियोगिता से अलग" आद…"

योगराज प्रभाकर replied Oct 7, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"(10 कहमुकरियाँ) (१). ऐसो गयो जी,फिर न आयो इसमें मुझको खूब रुलायो दिखे बुढ़ापा - बीता…"

योगराज प्रभाकर replied Oct 7, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १२ (Now Closed with 1070 Replies)

1070 Oct 10, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

मुख्य प्रबंधक

"सभी रचनायों को एक ही स्थान पर संकलित करने का बहुत ही महत्वपूर्ण काम किया है आपने बाग…"

योगराज प्रभाकर replied Oct 4, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक १५ की सभी प्रस्तुतियां एक जगह...

31 Apr 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

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Ravi Shukla commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर आपने सर्वोत्तम रचना लिख कर मेरी आकांक्षा…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"माता - पिता की छाँव में चिन्ता से दूर थेशैतानियों को गाँव में हम ही तो शूर थे।।*लेकिन सजग थे पीर न…"
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