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गौतम राजरिशी's Discussions (8)

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"शुक्रिया गणेश जी....हौसलाअफ़जाई का और खूब सारी बधाई इस अनूठे मंच के लिये। देर से शामि…"

गौतम राजरिशी replied Jan 22, 2011 to OBO लाइव तरही मुशायरा-7(Closed Now)

624 Jan 24, 2011
Reply by Shesh Dhar Tiwari

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"तुमसे सिर्फ वाह-वाह नहीं चाहिये होता है वीनस और ये तुम जानते हो बखूबी।"

गौतम राजरिशी replied Jan 22, 2011 to OBO लाइव तरही मुशायरा-7(Closed Now)

624 Jan 24, 2011
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"कल ही जाना इस अनूठे मंच के बारे में नवीन भाई के निमंत्रण द्वारा। ग़ज़ल को लेकर ऐसा ज़ुन…"

गौतम राजरिशी replied Jan 22, 2011 to OBO लाइव तरही मुशायरा-7(Closed Now)

624 Jan 24, 2011
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"दूसरा शेर कितना सटीक और सामयिक लिखा है तुमने कि हैरत में हूं वीनस...खासकर मिस्रा-सान…"

गौतम राजरिशी replied Jan 21, 2011 to OBO लाइव तरही मुशायरा-7(Closed Now)

624 Jan 24, 2011
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"नवीन जी,आपने बिल्कुल दु्रूस्त फरमाया। यहाँ के लिये यां और वहाँ के लिये वां के तो सैक…"

गौतम राजरिशी replied Jan 21, 2011 to OBO लाइव तरही मुशायरा-7(Closed Now)

624 Jan 24, 2011
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"जिस्म सस्ते हैं लहू सस्ता है सस्ती है हया झूठ कहते हो कि मँहगाई की हमपे मार है इस शे…"

गौतम राजरिशी replied Jan 21, 2011 to OBO लाइव तरही मुशायरा-7(Closed Now)

624 Jan 24, 2011
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"बेहतरीन है नवीन जी...कुछ शेर एक्दम बेमिसाल हैं। वो अर्धांगी वाला शेर लाजवाब है। जहाँ…"

गौतम राजरिशी replied Jan 21, 2011 to OBO लाइव तरही मुशायरा-7(Closed Now)

624 Jan 24, 2011
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""अपनी ज़ुल्फ़ों की घटाओं को रखो तरतीब से,सूर्य की बुनियाद वरना ढहने को तैयार है"   कमा…"

गौतम राजरिशी replied Jan 21, 2011 to OBO लाइव तरही मुशायरा-7(Closed Now)

624 Jan 24, 2011
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13 hours ago
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pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-123 (जय/पराजय)
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-123 (जय/पराजय)
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Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-123 (जय/पराजय)
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