हमनी के भोजपुरी भाषा के संबंध में एतने जानी ले जा कि एकरा अंदर एतना क्षमता बा कि उ कवनो विषय या विधा पर आपन विचार व्यक्त करें में तनिकांे कसर ना रख सकेले। भोजपुरी भाषा के बारे में सोचला पर लागे ला कि एकर एरिया भी काफी बड़ा बाटे। ए इलाका से अनेक क्षेत्र में प्रतिष्ठित लोगन के प्रादुर्भाव भइल बा जवना से इ इलाका ओकरा प्रकाश से जगमगात रहेला। भोजपुरी भाषा के बोले वाला आज तक सबका जानकारी में बा कि भारत से बाहर व लगभग संसार के हर क्षेत्र में बा लोग। उहवां भोजपुरी परम्परा के जीवित रखले बा लोग। भोजपुरी भाषा के बोले वाला लोगन के विषय में कहल सबका वश के नइखे। इ अर्जुन के समान बा लोग जे जहे खोदे उहवें पानी निकाल के छोड़े। भोजपुरी भाषा के साथ ही ए इलाका के भी आपन विशेषता बा। इहां के लोगन के बोलचाल ही ना पोशाक पहनावा, मेला बाजार ? तीज त्योहार सब कुछ अपना अलग रंग में बा। जवना से ओकर संबंध अन्य जगह से बिलगा दीहल जाला। भोजपुरी भाषा के आपन स्वाद ह। जेकरा के बोले वाला ही ना बल्कि सुने वाला के भी कान में मधु घोलला लेखा लागेला। भोजपुरी में एक त्योहार आवेला छठ जवना के प्रचार अमेरिका सहित पश्चिमी देशन तक में फैलल बा। जहां भोजपुरी लोग बा उहां छठ मनावल उनका शौक बा धर्म बा। भोजपुरी में छठ के गीत भी खुब गावल जाला।
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