For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

अभी चलना है बाकी, रास्ते को मंजिल मान लूं कैसे तुम ही बताओ, मैं कातिल को मसीहा मान लूं कैसे चारों तरफ फैला है अंधेरा, मैं रात को दिन मान लूं कैसे महाभारत की कथा में कौरवों द्वारा वनवास के दौरान पाण्डवों को लाक्षागृह में जलाकर मारने की साजिश की गई थी। कौरवों की यह साजिश सफल नहीं हो पाई। इसका बड़ा कारण पाण्डवों के कुशल एवं चतुर नीतिकार विदुर थे। पाण्डवों के रूप में सत्य एवं धर्म के प्रति निष्ठावान विदुर ने अधर्मी कौरवों से उनकी रक्षा की। महाभारत के दौरान छल और कपट से हस्तिनापुर की राजगद्दी हासिल करने के लिए तरह-तरह के षडय़ंत्र करने वाले दुर्योधन को बार-बार अपनी जीत और अपनी साजिश के सफल होने की गलतफहमी बनी रही। लेकिन कौरवों की साजिश कभी सफल नहीं हुई। सर्वविदित है कि अंत में कौरव पराजित हुए और जीत सत्य की हुई। महाभारत काल यह प्रसंग उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री मेजर जनरल (अप्रा) भुवनचंद खण्डूड़ी की कोटद्वार में हुई हार के बाद चरितार्थ हुआ दिखाई पड़ता है। खण्डूड़ी की अप्रत्याशित हार से भाजपा के साजिशकर्ताओं को भले ही कोई दु:ख न हो या फिर उन्हें अपनी साजिश के कामयाब होने पर खुशी का एहसास हो रहा हो, लेकिन उनकी इस पराजय से उत्तराखण्ड का हर वह आदमी दु:खी है जो उत्तराखण्ड को फलते फूलते देखना चाहता है, जो भ्रष्टïाचार से मुक्ति चाहता है। उत्तराखण्ड का हर वह व्यक्ति जो उत्तराखण्ड को देश के आदर्श एवं समृद्घ राज्य के रूप में देखना चाहता है वह हर व्यक्ति इस पराजय से आहत है। खण्डूड़ी के व्यक्तित्व की खामियां अगर कोई है तो वह यह है कि वे ईमानदार हैं, स्पष्टïवादी हैं, छलकपट से दूर हैं, राजनैतिक प्रपंचों में माहिर नहीं हैं। क्षेत्र एवं जातिवाद जैसी मानसिक संर्कीणताओं से ऊपर हैं। उत्तराखण्ड के विकास के प्रति ईमानदार सोच ही नहीं रखते बल्कि उत्तराखण्ड के आम जनमानस के दु:ख को अन्र्तमन से अनुभव भी करते हैं और उन्हें दूर करने का प्रयास भी करते हैं। ये सब खामियां उत्तराखण्ड को देश का भाल बताकर उसे अपने स्वार्थों के लिए कलंकित करने वाले भाजपा के नेताओं को रास नहीं आती। खण्डूड़ी को चुनाव में शिकस्त देने की साजिश करने वाले उन्हें चुनाव में हरा सकते हैं लेकिन ईमानदार एवं साफ सुथरी छवि वाले उत्तराखण्ड के सच्चे सपूत बीसी खण्डूड़ी के उत्तराखण्ड प्रेम और उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति को पराजित नहीं कर सकते। षडयंत्रकारियों ने कोटद्वार के कुछ लोगों को गुमराह कर भले ही विधानसभा चुनाव में शिकस्त दे दी हो लेकिन उत्तराखण्ड के लोगों के दिलों से उन्हें दूर नहीं कर पाए। कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने खण्डूड़ी के खिलाफ जनादेश देकर एक राजनैतिक निर्णय नहीं बल्कि बड़ी भूल की है। इस भूल के लिए उत्तराखण्ड का इतिहास शायद ही उन्हें माफ कर पाए। कोटद्वार के लोगों को समझ लेना चाहिए कि यह ऐ प्रत्याशी के रूप में खण्डूड़ी का नहीं बल्कि स्वयं उनका दुर्भाग्य है। इसके साथ ही खण्डूड़ी को भी यह समझना होगा कि राजनीति के इस महाभारत में भ्रष्टाचार में लिप्त षडयंत्रकारी कौरवों से बचने के लिए चाटुकारों की नहीं बल्कि ईमानदार तथा सत्य के प्रति निष्ठावान विदुर जैसे शुभचिंतकों एवं नीतिकारों की आवश्यकता है।

Views: 499

Replies to This Discussion

भाई हरीश जी, आप उत्तराखण्ड की घटनाओं को निकट से देख-भोग रहे हैं. जबकि हम बाहर से घटनाओं को पढ़-सुन कर अनुमान भर ही लगा पाते हैं. लेकिन आपकी बात हर उस क्षेत्र के लिये सत्य है जहाँ षड्यंत्र हावी होकर अपनी पैठ बना लेता है. किन्तु, यह भी सही है कि सत्य का सूर्य ओट में भले हो जाये, उसे कोई हमेशा के लिये अगवा नहीं कर सकता.

हरीश जी यहाँ पर तो इमानदारों सच्चे देश भक्तों की कोई अहमियत नहीं है गुंडे पनप रहे हैं क्यूँ की कलयुग है ये ...अब खंडूरी जी की हार से तो यह स्पष्ट हो ही गया है किन्तु जनता ने भी लगता है अपना विवेक और बुद्धि  ताक पर रख दी है 

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। रचना पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए आभार।"
3 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"सहर्ष सदर अभिवादन "
10 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, पर्यावरण विषय पर सुंदर सारगर्भित ग़ज़ल के लिए बधाई।"
13 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"आदरणीय सुरेश कुमार जी, प्रदत्त विषय पर सुंदर सारगर्भित कुण्डलिया छंद के लिए बहुत बहुत बधाई।"
13 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"आदरणीय मिथलेश जी, सुंदर सारगर्भित रचना के लिए बहुत बहुत बधाई।"
13 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, प्रोत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।"
13 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। अच्छी रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
16 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"आ. भाई सुरेश जी, अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर कुंडली छंद हुए हैं हार्दिक बधाई।"
18 hours ago
सुरेश कुमार 'कल्याण' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
" "पर्यावरण" (दोहा सप्तक) ऐसे नर हैं मूढ़ जो, रहे पेड़ को काट। प्राण वायु अनमोल है,…"
20 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। पर्यावरण पर मानव अत्याचारों को उकेरती बेहतरीन रचना हुई है। हार्दिक…"
20 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"पर्यावरण पर छंद मुक्त रचना। पेड़ काट करकंकरीट के गगनचुंबीमहल बना करपर्यावरण हमने ही बिगाड़ा हैदोष…"
21 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-163
"तंज यूं आपने धूप पर कस दिए ये धधकती हवा के नए काफिए  ये कभी पुरसुकूं बैठकर सोचिए क्या किया इस…"
yesterday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service