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ग़ज़ल संक्षिप्त आधार जानकारी-10मुफरद बह्रों से बनने वाली मुजाहिफ बह्रें इस बार हम बात करते हैं मुफरद बह्रों से बनने वाली मुजाहिफ बह्रों की। इन्हें देखकर तो अनुमान हो ही… Started by Tilak Raj Kapoor |
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Sep 27 Reply by मनोज अहसास |
ग़ज़ल-संक्षिप्त आधार जानकारी-7ग़ज़ल की विधा में रदीफ़ काफि़या तक बात तो फिर भी आसानी से समझ में आ जाती है, लेकिन ग़ज़ल के तीन आधार तत्वों में तीसरा तत्व है बह्र जिसे म… Started by Tilak Raj Kapoor |
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Jul 21 Reply by मिथिलेश वामनकर |
बह्रें और उनके अरकानबह्रें और उनके अरकान बह्र का नाम … Started by Ajay Tiwari |
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Feb 20, 2021 Reply by Aazi Tamaam |
तनाफुर : ऐब बनाम गलतीप्राय: तनाफुर को इतना महत्त्व दिया जाता रहा है जितने का यह हक़दार नहीं है.तनाफुर को ये नाम मौलाना हसरत मोहानी ने अपनी किताब ‘मआइबे सुखन’ में… Started by Anuraag Vashishth |
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Feb 18, 2021 Reply by Aazi Tamaam |
उर्दू शायरी में इस्तेमाल की गईं बह्रें और उनके उदहारण - Iकोशिश ये रही है कि प्रमुख शायरों के स्तरीय शेर ही चुने जाएँ. साथ ही हर दौर की शायरी के अच्छे शेरों का एक प्रतिनिधि चयन करने का भी प्रयास रह… Started by Ajay Tiwari |
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Jul 12, 2020 Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी |
ग़ज़ल-संक्षिप्त आधार जानकारी-4काफि़या को लेकर आगे चलते हैं। पिछली बार अभ्यास के लिये ही गोविंद गुलशन जी की ग़ज़लों का लिंक देते हुए मैनें अनुरोध किया था कि उन ग़ज़लों क… Started by Tilak Raj Kapoor |
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Apr 27, 2019 Reply by Rachna Bhatia |
ग़ज़ल-संक्षिप्त आधार जानकारी-1यह आलेख उनके लिये विशेष रूप से सहायक होगा जिनका ग़ज़ल से परिचय सिर्फ पढ़ने सुनने तक ही रहा है, इसकी विधा से नहीं। इस आधार आलेख में जो शब्द… Started by Tilak Raj Kapoor |
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Jan 22, 2019 Reply by Asif zaidi |
ग़ज़ल-संक्षिप्त आधार जानकारी-2ग़ज़ल की आधार परिभाषायें जानने के बाद स्वाभाविक उत्सुकता रहती है इन परिभाषित तत्वों के प्रायोगिक उदाहरण जानने की। ग़ज़ल में बह्र का बहुत… Started by Tilak Raj Kapoor |
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Nov 17, 2018 Reply by विनोद 'निर्भय' |
उर्दू शायरी में इस्तेमाल की गईं बह्रें और उनके उदहारण - IIपहले भाग में मुफ़रद बह्रों के उदाहरण प्रस्तुत किए गए थे. इस भाग में मुरक़्क़ब बह्रों के उदाहरण हैं. मज़ारे मज़ारे मुसम्मन अख़रब मक्फ़ूफ़ महज़ूफ़ म… Started by Ajay Tiwari |
0 | Nov 16, 2018 |
दुष्यंत द्वारा इस्तेमाल की गईं बह्रें और उनके उदहारणदीवान-ए-ग़ालिब की ही तरह उदाहरणार्थ चुने गए शेरों के लिए कोशिश ये रही है कि दुष्यंत एक मात्र ग़ज़ल 'साये मे धूप' की हर ग़ज़ल से कम से कम एक शेर… Started by Ajay Tiwari |
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Oct 30, 2018 Reply by Ajay Tiwari |
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