(छंद १ से ७ इंद्र वज्रा में, ८ से १० उपजाति में और ११ व १२ उपेंद्र वज्रा में।)
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इन्द्रवज्रा छंद विधान -
"ताता जगेगा" यदि सूत्र राचो।
तो 'इन्द्रवज्रा' शुभ छंद पाओ।
"ताता जगेगा" = तगण, तगण, जगण, गुरु, गुरु
221 221 121 22
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उपेन्द्रवज्रा छंद विधान -
"जता जगेगा" यदि सूत्र राचो।
'उपेन्द्रवज्रा' तब छंद पाओ।
"जता जगेगा" = जगण, तगण, जगण, गुरु, गुरु
121 221 121 22
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उपजाति छंद विधान -
उपेंद्रवज्रा अरु इंद्रवज्रा।
दोनों मिले तो 'उपजाति' छंदा।
चार चरणों के छंद में कोई चरण इन्द्रवज्रा का हो और कोई उपेन्द्रवज्रा का तो वह 'उपजाति' छंद के अंतर्गत आता है।
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