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Richa Yadav
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Welcome, Richa Yadav "Riya"

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"आदरणीय अजय जी बहुत शुक्रिया आपका सादर"
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"आदरणीय अबरार जी बहुत शुक्रिया आपका सादर"
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"आदरणीय अजय जी नमस्कार  ख़ूब ग़ज़ल कही आपने बधाई स्वीकार कीजिए अमित जी की इस्लाह और आपने खूब बदलाव भी किये,गिरह भी ख़ूब है सादर"
Aug 29
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"आदरणीय अबरार जी नमस्कार बहुत ही ख़ूब हुई है ग़ज़ल बधाई स्वीकार कीजिए  सादर"
Aug 29
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"आदरणीय मिथिलेश जी  बहुत शुक्रिया आपका , सुधार मतले में कर लिया है सादर"
Aug 29
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"आदरणीय दयाराम जी नमस्कार  बहुत ख़ूब ग़ज़ल कही आपने बधाई स्वीकार कीजिए अमित जी की इस्लाह से और निखर जाएगी सादर"
Aug 29
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-170
"अदरणीया रचना जी नमस्कार  बहुत अच्छी ग़ज़ल कही आपने बधाई स्वीकार कीजिए  अमित जी की बेहतरीन इस्लाह से और निखर जाएगी  सादर"
Aug 29
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-170
"आदरणीय चेतन जी नमस्कार  ग़ज़ल का अच्छा प्रयास है बधाई स्वीकार कीजिये अमित जी की इस्लाह क़बीले ग़ौर है सादर"
Aug 29
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-170
"आदरणीय Zaif जी नमस्कार  बहुत ख़ूब ग़ज़ल कही आपने बधाई स्वीकार कीजिए गिरह भी खूब हुई  सादर"
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"आदरणीय अमीर जी  बहुत शुक्रिया आपका  सुधार करती हूँ सादर"
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Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-170
"आदरणीय दिनेश जी नमस्कार अच्छी ग़ज़ल कही आपने बधाई स्वीकार कीजिए गुणीजनों की इस्लाह उपयोगी है ग़ज़ल में निखार आयेगा  सादर"
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Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-170
"आदरणीय सालिक जी नमस्कार  ख़ूब हुई है ग़ज़ल आपकी बधाई स्वीकार कीजिए  सादर"
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Profile Information

Gender
Female
City State
Faridabad Haryana
Native Place
Alaahabad U.P.
Profession
home maker
About me
computer engineer by heart Shayar

Richa Yadav's Blog

ग़ज़ल-हर बात अपने दिल की बताई नहीं जाती।

221 2121 1221 212



हर बात अपने दिल की बताई नहीं जाती

करके कोई दुआ भी यूँ गाई नहीं जाती।1

दिल आपकेे है बस में ये अब जानते हैं हम

जादूगरी ऐसी भी दिखाई नहीं जाती।2

हैं दर्द-ओ-ग़म भरे हुए इतने कि क्या कहें

ये दास्तान दिल की सुनाई नहीं जाती।3

ये बदगुमानी आपकी आई है बीच में

बिगड़ी है इतनी बात बनाई नहीं जाती।4

फिर साथ होगी होली दीवाली की धूम भी

हमसे अकेले ईद मनाई नहीं जाती।5

दिल आपका दुखा तो…

Continue

Posted on December 7, 2020 at 1:29pm — 4 Comments

मिस्मार दिल का ये दर-ओ-दीवार हो गया

बह्र:- 221 2121 1221 212

मिस्मार दिल का ये दर-ओ-दीवार हो गया

मुद्दत हुई तो यार का दीदार हो गया

वो जो चला गया है मेरा शह्र छोड़ कर

लगता है ऐसा मुझको मैं बीमार हो गया

बेमोल ही रहे न किया ज़िंदगी से ग़म

तूने छुआ मुझे तो मैं दीनार हो गया

था मर्ज़ ऐसा जिसकी नहीं थी दवा कोई

तू हाथ थाम कर मेरा तीमार हो गया

तूने गले लगाया "रिया" को मेरे ख़ुदा

लगता है जैसे क़द मेरा मीनार हो गया

"मौलिक व…

Continue

Posted on October 30, 2020 at 3:30pm — 10 Comments

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