For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

नाकाम/naakaam
Share on Facebook MySpace
  • Feature Blog Posts
  • Discussions (19)
  • Events
  • Groups
  • Photos
  • Photo Albums
  • Videos

नाकाम/naakaam's Friends

  • सालिक गणवीर
 

नाकाम/naakaam's Page

Latest Activity

नाकाम/naakaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-124
"प्यार से पहले ग़ज़ल में हक़बयानी चाहिए और उसके बाद ही ग़ज़लें सुहानी चाहिए हो असर तेज़ाब से भी अब ज़ियादा अश्क़ में अब तेरी आँखों की ख़ातिर वैसा पानी चाहिए जिस्म के हर राब्ते तो वक्त के मोहताज़ हैं ताकयामत जो रहे, रिश्ता रूहानी चाहिए देख जिसको मैं तुझे अब भूल…"
Oct 23, 2020
नाकाम/naakaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-123
"रोज़ जाम, शीशे से ही अपनी ग़ज़लें कह डाली थींअपनी ग़ज़लें किसे सुनाता सारी बज़्में खाली थीं वो मुझमें ज़िंदा रहता है बनकर इक बेचैनी अब मैंने जिस शायर की ग़ज़लें सारी ही पढ़ डाली थीं बादल की बूंदों ने चूमा देश के लाल के पैरों कोआज चिताएँ फिर से शहीदों की जब…"
Sep 25, 2020
नाकाम/naakaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-121
"जनाब समर कबीर साहब , बहुत शुक्रिया आपका मार्गदर्शन के लिए"
Jul 25, 2020
नाकाम/naakaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-121
"भाई लक्ष्मण जी बहुत आभार इस प्यार के लिए "
Jul 25, 2020
नाकाम/naakaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-121
"अमीर साहब आपका शुक्रिया आपके सुझाव और प्रोत्साहन के लिए ।"
Jul 25, 2020
नाकाम/naakaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-121
"दयाराम जी बहुत आभार आपका "
Jul 25, 2020
नाकाम/naakaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-121
"डिंपल जी बहुत आभार आपका । "
Jul 25, 2020
नाकाम/naakaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-121
"समर कबीर जी , बहुत शुक्रिया आपका , कॉल करता हूँ मुसीबत में सभी यारों को  पर किसी से भी मेरी बात नहीं होती है  ऐसा कर दिया है । "
Jul 25, 2020
नाकाम/naakaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-121
"भाई आभार, बड़ी मुश्किल से रिप्लाई पोस्ट हो पा रहा है, ऐसा सबके साथ है कि सिर्फ मेरे साथ "
Jul 25, 2020
नाकाम/naakaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-121
"बहुत शुक्रिया अनिल जी"
Jul 25, 2020
नाकाम/naakaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-121
"शाहिद जी शुक्रिया,  कॉल करता हूँ मुसीबत में सभी यारों को  पर किसी से भी मेरी बात नहीं होती है  ऐसा कर दिया, कल से ट्राई कर रहा हूँ लेकिन पोस्ट नहीं हो पा रहा ।"
Jul 25, 2020
नाकाम/naakaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-121
"रवि जी बहुत आभार आपका, कल से रिप्लाई पोस्ट ही नहीं हो रहा,कुछ तकनीकी समस्या हो शायद ।"
Jul 25, 2020
नाकाम/naakaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-121
"मेरी ग़ज़लों से अगर बात नहीं होती हैदिन की अच्छे से शुरुआत नहीं होती है कॉल करता हूँ मुसीबत में मैं सबको लेकिनपर किसी से भी मेरी बात नहीं होती है उम्र भर सज़दे में रहते हैं ख़ुदा के फिर भीक्यों कभी उनसे मुलाकात नहीं होती है झील पर ही है बरसता सदा हर…"
Jul 24, 2020
सालिक गणवीर left a comment for नाकाम/naakaam
"Welcome to OBO bro."
May 23, 2020
नाकाम/naakaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-119
"बहुत शुक्रिया जनाब"
May 22, 2020
नाकाम/naakaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-119
"आभार है आपका , अब गुणीजन की समीक्षा का इंतजार है । "
May 22, 2020

Profile Information

Gender
Male
City State
west bangal
Native Place
West Bengal
Profession
service
About me
ghazal lover

Comment Wall (1 comment)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 3:18pm on May 23, 2020, सालिक गणवीर said…

Welcome to OBO bro.

 
 
 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184

परम आत्मीय स्वजन,ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 184 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का…See More
Monday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post "मुसाफ़िर" हूँ मैं तो ठहर जाऊँ कैसे - लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। विस्तृत टिप्पणी से उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक आभार।"
Monday
Chetan Prakash and Dayaram Methani are now friends
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
""ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179 को सफल बनाने के लिए सभी सहभागियों का हार्दिक धन्यवाद।…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
""ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179 को सफल बनाने के लिए सभी सहभागियों का हार्दिक धन्यवाद।…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
"आदरणीय जयहिंद रायपुरी जी, प्रदत्त विषय पर आपने बहुत बढ़िया प्रस्तुति का प्रयास किया है। इस…"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
"आ. भाई जयहिंद जी, सादर अभिवादन। अच्छी रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
"बुझा दीप आँधी हमें मत डरा तू नहीं एक भी अब तमस की सुनेंगे"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। गजल पर विस्तृत और मार्गदर्शक टिप्पणी के लिए आभार // कहो आँधियों…"
Sunday
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
"कुंडलिया  उजाला गया फैल है,देश में चहुँ ओर अंधे सभी मिलजुल के,खूब मचाएं शोर खूब मचाएं शोर,…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार। बहुत बहुत धन्यवाद। सादर।"
Saturday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी आपने प्रदत्त विषय पर बहुत बढ़िया गजल कही है। गजल के प्रत्येक शेर पर हार्दिक…"
Saturday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service