तेज लोकल में मध्यम ध्वनि गूँजी, “पुढील स्टेशन अँधेरी”.
“यार ये पुढील स्टेशन का मतलब पुलिस स्टेशन है क्या”? देव ने अजय से पूछा.
अजय बोला, “पता नहीं यार. मैंने कभी इस ओर ध्यान ही नहीं दिया”.
तभी उनके बगल में खड़ा एक लड़का बोला, “तुम साला भैया लोग यहाँ बस तो जाता है, लेकिन यहाँ का लैंग्वेज सीखने में तुम्हारा नानी मरता है”.
“ए छोकरा ये बातें नेता लोग…
ContinueAdded by SUMIT PRATAP SINGH on October 2, 2012 at 11:30am — 10 Comments
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