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श्री सौरभ सर जी सादर प्रणाम स्वीकार करें , उत्साहवर्धन के लिए आपका आभार व शत- शत वंदन,
भाई शैलेन्द्रजी, आपकी इस मंच पर कोई पहली रचना देख रहा हूँ. घनाक्षरी छंद में प्रस्तुत माँ भारती के प्रति नमन स्वरूप इस रचना पर शैलेन्द्रजी आपको हार्दिक बधाइयाँ. सभी छंद अत्यंत समृद्ध हैं.
आपकी उपस्थिति आशान्वित कर रही है, शैलेन्द्रजी.
श्री अरुण जी उत्साहवर्धन के लिए आपको कोटि कोटि धन्यवाद
शैलेन्द्र जी इस रचना की जितनी तारीफ की जाए कम गहरे भाव और सशक्त अभिव्यक्ति बहुत बहुत शुभकामनाएं आपको !!
राजेश कुमारी मैम कृति को समर्थन देने के लिए एवं स्नेहाशीष प्रदान करने के लिए आपको मेरा शत शत वंदन व अभिनन्दन
श्री गणेश सर कृति पर समर्थन एवं मेरा मनोबल बढ़ाने के लिए आपको कोटि कोटि धन्यवाद
वाह वाह शैलेंद्र जी आपकी लेखनी को सलाम एक जोश भरी वीर रस की कविता पढ़ कर रोंगटे खड़े हो गये ,बहुत प्रेरक कविता देश को एसए युवाओं की ज़रूरत है आज |
//ढूढने से चित्र मानचित्र में मिलेगा नहीं ,
श्री सतीश सर जी उत्साहवर्धन के लिए व अपना आशीर्वाद प्रदान करने के लिए बहुत बहुत आभार .
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