हांग कांग की छटा है प्यारी बाबाजी
पर भारत की बात ही न्यारी बाबाजी
प्यार मिला, सम्मान मिला इस महफ़िल में
ओ बी ओ पर मैं बलिहारी बाबाजी
रूपया रोक न पाया ख़ुद को गिरने से
डॉलर ने वो बाज़ी मारी बाबाजी
ममता,ललिता,सुषमा तीनों गायब हैं
तन्हा रह गये अटल बिहारी बाबाजी
कौन बनेगा सदर हमारे भारत का
ये भी संकट है इक भारी बाबाजी
चाट पकौड़ी खाओ, किरपा आएगी
कहते बाबा लीलाधारी बाबाजी
'अलबेला' की इस रचना पर लानत है
फ़ोकट की तुकबन्दी सारी बाबाजी
Comment
जय हो !
प्रदीप जी की जय हो !
जय हो बाबा जी.
फ़कीरों के पास तो फ़क्कड़ी ही मिलेगी उमाशंकर जी.......और जब तक फ़क्कड़ी है, तब तक अपना वजूद है जिस दिन ये चली गई फिर इस कायनात में हमारे लिए बचेगा ही क्या ?
फ़क्कड़ी के बड़े मज़े हैं भाई साहेब !
क्या बात है अलबेला जी
'अलबेला' की इस रचना पर लानत है
फ़ोकट की तुकबन्दी सारी बाबाजी
यही अदा तो सबको प्यारी बाबाजी
जो आप अपने आपको भी नहीं छोड़ते
आपके इस फक्कड़ी के ही तो हम कायल हैं
आपका बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय राज तोमर जी........
आपने सराहना कर दी
मुझे पद्मश्री मिल गया ऐसा लगता है
___वैसे कहना मत किसी से .....मित्रों की सराहना के आगे पद्मश्री की कुछ कीमत नहीं.........
______सादर
"चाट पकौड़ी खाओ, किरपा आएगी
कहते बाबा लीलाधारी बाबाजी "
क्या कहने अलबेला साब. उम्दा रचना है. :)
हा हा हा.. जय हो बाबा जी की... :)))
आपके स्नेह के लिए सादर आभार स्वीकारें आदरणीय...
आइये आइये आदरणीय संजय मिश्रा 'हबीब' साहेब,
बहुत दिनों बाद आये..........
खैर....
सबसे पहले तो मैं आपको बधाई देना चाहता हूँ उन ग्राफिक्स के लिए जो आपने महा उत्सव और चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता से ले कर आगामी तरही मुशायरा तक प्रस्तुत किये.........सचमुच शानदार !
अब आपकी स्नेहिल सराहना और बधाई का आभार मानता हूँ ...आपने गज़ब की पंक्तियाँ कही भाईजी........देख लेना एक न एक दिन मैं सबको बाबाजी बना कर छोडूंगा .....हा हा हा हा
____आपकी जय हो प्रभु !
चिंता पल में सभी भगा दें बाबाजी.
चेहरे पर मुस्कान सजा दें बाबाजी.
तुकबंदी ना बोलें इसको फ़ोकट की,
रचनायें सुन्दर पढ़वा दें बाबाजी.
परदेशों में हिंदी को महका आयें
भारत की भी शान बढ़ा दें बाबाजी.
सादर बधाईयाँ स्वीकारें आदरणीय अलबेला भाई जी...
धन्यवाद रेखा जी.......आभार आपने रचना पसन्द की...........
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online