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अनुकूल सुझावों के लिए हार्दिक आभार आपका आदरणीया राजेश कुमारी जी
बहुत उत्तम भाव पूर्ण दोहे हैं आदरणीय लक्ष्मण जी बस थोड़े से सुधार की अपेक्षा है
teri sari se meri saari safed kyo pratispardha par aapne badia likha he badhai ke aap hakdaar he
एडमिन महोदय जी, क्रपया दुसरे दोहे के की पहली पंक्ति के सम चरण में करोड़ से पहले कर गलती से छप गया, जिसे हटाने की कृपा करे । सादर
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