( कुछ समझ नही आ रहा था कि क्या लिखूं ........लेकिन जब कलम उठाया तो जो लिखा आपके सामने है ....आशा है आपको पसंद आएगी )
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दूर से देखने में जो अच्छा लगे ,
पास आने में वो ना अच्छा लगे ।।
जिन आँखों में चाहत हो प्यार की
कभी देखे या ना देखे अच्छा लगे ।।
जैसे बगिया हो कोई पहरों के बीच
फूल तोड़े ना कोई तो अच्छा लगे ।।
नाम हो रोशनी से बहुत ही भला
काम आये सबको तो अच्छा लगे ।।
चाँद उतरे जमीं पे तो भी ''राम ''
दूर सबके जो रहे तो अच्छा लगे ।।
Comment
thanks bhai laxman and ajaybhai..... aap @@@@@@@@@@@@@@@ bhi dekh sakte hai
ऐडमिन
2012121503
अन्य लिंक पर आपकी रचनाओं को देखने की क्या आवश्यकता है ? आप यहाँ जो कुछ प्रस्तुत करेंगे वही आपका इस मंच पर परिचय होगा. अन्य साइट के लिंक अनावश्यक रूप से दिया जाना ओ बी ओ के नियमों के विरुद्ध है.
ख्याल सुन्दर है, शिल्प पर यदि काम होता तो अच्छी ग़ज़ल बन सकती थी, केवल लिखने के लिए लिख देना अच्छी बात नहीं, लिखे और उसपर समय दें, अन्य रचनाओं को पढ़े, वीनस जी ने ग़ज़ल की बातें समूह में बहुत ही ज्ञानवर्धक बातें लिखी हैं , आप समय दें , अध्ययन करें और उसके बाद देखिये आपकी रचनाएँ क्या से क्या होती है |
कथ्य पर बधाई |
jai shri ram badhai
आपका लिखने का प्रयास हमें अच्छा लगे श्री राम बधाई
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