आता है हिन्दी दिवस जाने को तत्काल
संसंद में करते रहे, नेता टालम टाल
विकसित करना देश को तो मन में यह ठान
अपनी भाषा का सदा उन्नत रखना भाल |
(2)
हिन्दी में ही बोलकर रख भाषा का मान
भाषा की सम्पन्नता, है हिन्दी की शान
हीन भाव लाये बिना कर हिन्दी में बात
तब हिन्दी की विश्व में अमिट बने पहचान |
(3)
रोज मना हिन्दी दिवस करना गौरव गान
देवनागरी लिपि बनी, जो है इसकी शान
संस्कृति अरु साहित्य का उन्नत है भण्डार
सबको करना चाहिए भाषा पर अभिमान |
(मौलिक व् अप्रकाशित)
-लक्ष्मण प्रसाद लडीवाला
Comment
मुक्तक सराहने के लिए आपका हार्दिक आभार एवं जिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाए श्री गिरिराज भंडारी जी एवं
श्री अखिलेश कुमार श्रीवास्तव जी |
शुक्रिया सरिता भाटिया जी | सादर | हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकानाए
हिन्दी दिवस की आपको भी हार्दिक शुभकामनाए आदरणीया परवीन मालिक जी
हिंदी दिवस की शुभकामना ! और बधाई लक्ष्मण भाई, सुंदर रचना से हिंदी का मान बढ़ाने के लिए।
हम सब हिंदी मे "" ही " " हस्ताक्षर करने का संकल्प लें तो यह दिन सफल हो जाएगा।
बहुत बढ़िया मुक्तक लक्ष्मण भाई जी
आदरणीय लक्ष्मण भाई , हिन्दी की शान मे लाजवाब मुक्तक !! बधाई !!
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