देखे भाई दूज में, रिश्तो का संसार,
प्यारा भाई जा रहा,प्रिय बहना के द्वार
प्रिय बहना के द्वार,बोला खिलाओ खाना
भरकर ह्रदया नेह,प्यार से मुझे खिलाना
सदियों का इतिहास,भाई बहन के लेखे
आती भाई दूज, भाई बहन को देखे ||
(4)
सभी देव करते रहे, गौमाता में वास
खुशहाली मिलती रहे,गाय रखे यदि पास
गाय रखे यदि पास,न दूध दही का घाटा
बिना दही अरु दूध, शरीर रहे ये नाटा |
संतो का अनुरोध,गौ ह्त्या न करे कभी
ब्रहमा विष्णु महेश,करते गौ पूजा सभी |
(मौलिक व् अप्रकाशित)
Comment
सुन्दर अभिव्यक्ति बता उतशाहित करने और आवश्यक सुझाव हेतु आपका हार्दिक आभार श्री सुशिल जोशी जी,
इन्हें इस प्रकार संशोधित किया जा सकता है,कराया बतावे-
देखे भाई दूज में, रिश्तो का संसार,
प्यारा भाई जा रहा,प्रिय बहना के द्वार
प्रिय बहना के द्वार,प्रेम से खाए खाना
भरकर ह्रदया नेह,प्यार से मुझे खिलाना
सदियों का इतिहास,भाई बहन के लेखे
आती भाई दूज, भाई बहन को देखे ||
(4)
करते आये देव सब, गौमाता में वास
खुशहाली मिलती रहे,गाय रखे यदि पास
गाय रखे यदि पास,न दूध दही का घाटा
बिना दही अरु दूध, शरीर रहे ये नाटा |
करे सभी संकल्प,अब न गौ-वध सह-सकते
ब्रहमा विष्णु महेश,सभी गौ पूजा करते |
हार्दिक आभार आपका डॉ आशुतोष मिश्रा जी, सादर
आ0 लक्ष्मण प्रसाद जी..... भावों का सुंदर संप्रेषण हैं दोनो ही छंदों में...... भाई दूज एवं गोवर्धन पूजा पर सुंदर अभिव्यक्ति है..... बधाई इस हेतु......... किंतु थोड़ा सा प्रयास करने पर रचनाओं में जो लयभंग हो रही है, उसे भी दूर किया जा सकता है.....
जैसे -
प्रिय बहना के द्वार, बोला खिलाओ खाना......
I I I I S S S I, S S I S S S S
इस पंक्ति में यति के तुरंत बाद दो गुरु आने से लय भंग हो रही है... बिल्कुल यही दूसरे छंद की निम्न पंक्ति में भी हो रहा है........
संतो का अनुरोध, गौ ह्त्या न करे कभी
S S S I I S I, S S S I I S I S
इस सुंदर प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई ..सादर
कुंडलिया पसंद करने के लिए हार्दिक आभार आपका आ. अन्नपूर्णा बाजपेयी जी
जी डॉ गोपाल नारायण श्रीवास्तव जी | कोई त्रुटी हो तो अवश्य ध्यान में लाये, मै आभारी रहूंगा
छंद पसंद करने के लिए हार्दिक धन्यवाद शिर रमेश कुमार चौहान जी
छंद पसंद करने एवं अपनी राय व्यक्त करने हेतु हार्दिक आभार श्री रामशिरोमणि पाठक जी, एवं आ. सरिता भाटिया जी
छंद पसंद करने एवं अपनी राय व्यक्त करने हेतु हार्दिक आभार श्री रामशिरोमणि पाठक जी, एवं आ. सरिता भाटिया जी
आदरणीय लड़ी वाला जी सुंदर कुण्डलिया हेतु बधाई ।
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