गर्म हवा है खूब यहाँ की
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जो भी मुझसे सम्बंधित है
सुख पाने से वो वंचित है
मौन यहाँ है सबसे अच्छा
कुछ कहना अब प्रतिबंधित है
मै अधिकार कहाँ से पाऊँ
कुछ विशेष को आबंटित है
गर्म हवा है खूब यहाँ की
आज परिन्दा आतंकित हैं
अभी छाँव में धूप है शामिल
सारे सुखों मे दुख किंचित है
हरदम अड़चन मुझ तक आई
क्या ? कठिनाई नामांकित है
ये कैसी दुनिया है भाई
हर माथा सिकुड़ा, चिंतित है
मधु भावों से आप सभी के
अब मेरा तन मन सिंचित है
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मौलिक एवँ अप्रकाशित ( संशोधित )
Comment
सादर आदरणीय
शुक्रिया , आदरणीय सौरभ भाई जी , मै सुधार के लिये इसे भेज दूंगा !!!! आपका पुनः आभार !!!!
मैं आपकी इस ग़ज़ल को मुसलसल ग़ज़ल कभी नहीं कहूँगा, आदरणीय. हर शेर मिल कर हालाँकि एक माहौल ज़रूर बना रहे हैं लेकिन, सर, उनके अंदाज़ अलहदे ही हैं. यही तो ख़ासियत है इस ग़ज़ल के शेरों की.
इसी लिए आखिरी शेर के सानी में पर मुझे अतुक की तरह लगा.
सादर
आदरणीय सौरभ भाई , आपकी सराहना पाना मेरे लिये तमगे से कम नही है , सराहना और उत्साह वर्धन के लिये आपका तहे दिल से शुक्रिया !!!! - पर - ऊपर के शे र मे मै लगातार नकारात्मक बातें गिनवाने के बाद मै अंत मे ये कहना चाहता था कि -ये सब तो हैं मेरे साथ पर एक सुखद पहलू भी है मेरे पास वो है आप सब का मधु - भाव , अगर मै अपनी बात कह न पाया हो ऊँ तो मुझे बताइयेगा , मुझे अब करने में कोई उज़्र नही है !!!! सादर !!!
वाह वाह वाह !
ग़ज़ब ग़ज़ब ग़ज़ब !!
मन मुग्ध हुआ झूम-झूम गया आदरणीय..
आखिरी शेर के सानी का पर .. इसे अब करें तो कुछ और बात बने. आप देखियेगा. या, शायद आप ही सही हों ..
सादर .
आदरणीय वीनस भाई , आपका गज़ल पर आना सुखद अनुभव होता है , !!!! गज़ल की सराहना के लिये आपका तहे दिल से शुक्रिया !!!!!
जो भी मुझसे सम्बंधित है
सुख पाने से वो वंचित है
मौन यहाँ है सबसे अच्छा
कुछ कहना अब प्रतिबंधित है
ये कैसी दुनिया है भाई
हर माथा सिकुड़ा, चिंतित है
वाह वा विशेष बधाई ... शानदार
आदरणीय एडमिन जी , इस शे र मे तकाबुले रदीफ दोष होने के कारण
शामिल छाँव में धूप अभी है ----- इस मिसरे को -
छाँव, धूप में अभी है शामिल - करने की कृपा करें । सादर !
आदरणीय अरुण अनंत भाई , गज़ल की सराहना के लिये आपका तहे दिल से शुक्रिया !!!!!! पर - के विषय मे सोच रहा हूँ भाई , गलत लगा तो सुधार लूंगा !!!! आपका आभार !!!!
आदरनीय नीलेश भाई , आपका बहुत बहुत शुक्रिया , तकाबुले रदीफ मेरे ध्यान मे नही था , आपने जैसा कहा है सुधार कर लूंगा !!!!
बह्र की छूट बताने के लिये अलग से आपका धन्यवाद !!!! सराहना के लिये आपका आभारी हूँ !!!!
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