For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

धुम्रपान
स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है
इससे कैंसर होता है
सभी जान गए हैं
मगर
क्या बीड़ी सिगरेट की फैक्ट्रियाँ
देश के लिए
दर्द निवारक हैं?
शराब का अधिक सेवन
स्वास्थ्य के लिए
हानिकारक है
इससे लीवर खराब होता है
सभी मान गए हैं
मगर
क्या मधुशालाएं
और शराब के कारखाने
देश के तारणहार हैं?
शायद
इनके बिना काम
नहीं चल सकता।
और भी बहुत सी
नशीली दवाएं व मादक
क्या केवल
टैक्स कमाने के लिए हैं?
आम जनता
मर रही है।
घर बर्बाद हो रहे हैं।
सरकारें टैक्स इकट्ठा कर रही हैं।
क्या मादक पदार्थों की
बन्दी की बजाय
उनकी फैक्टरियों को
बन्द नहीं किया जा सकता?
क्यों?
आखिर क्यों?
अगर ताला लग गया
उन कारखानों पर
आमदनी बंद हो जाएगी
भूखे मर जाएंगे
बेचारे वो लोग
जो केवल कानून तो बनाते हैं
नशाबंदी का ढोंग भी करते हैं
मगर
जहर घोलते हैं
आम जन की जिन्दगी में
जहर पिलाते हैं
भोली-भाली जनता को
मादक पदार्थों के जरिये।
क्यों बन्द नहीं होती फैक्ट्रियाँ?
आम जन पूछ रहा है।
जन-जन पूछ रहा है।
शायद
जवाब किसी के पास
नहीं है।

मौलिक व अप्रकाशित

Views: 926

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by सुरेश कुमार 'कल्याण' on November 30, 2016 at 8:38pm
आदरणीया निधि अग्रवाल जी रचना प्रशंसा के लिए हार्दिक आभार।सादर।
Comment by Nidhi Agrawal on November 30, 2016 at 11:37am

गहरा कटाक्ष. सामयिक रचना लिखी ... बहुत खुसुरत बन पड़ी रचना 

Comment by सुरेश कुमार 'कल्याण' on November 29, 2016 at 8:42am
आदरणीय विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी जी रचना अनुमोदन के लिए हार्दिक आभार। सादर।
Comment by सुरेश कुमार 'कल्याण' on November 29, 2016 at 8:40am
श्रद्धेय समर कबीर साहब आदाब!
आपने रचना को अपना कीमती समय व सम्मान प्रदान कर मेरा लिखना सार्थक कर दिया। हौसला प्रदान करने के लिए हार्दिक आभार आदरणीय।सादर।
Comment by विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी on November 28, 2016 at 10:51pm
आदरणीय सुरेश जी!
दोगली व्यवस्था पर करारा प्रहार है।
Comment by Samar kabeer on November 28, 2016 at 10:24pm
जनाब सुरेश कुमार 'कल्याण' जी आदाब,नशाबंदी पर बहतरीन कविता लिखी आपने ,अच्छे सवाल उठाए हैं ,बेहतरीन तंज़ किये हैं,बहुत अच्छी लगी आपकी कविता, इस प्रस्तुति पर दिल से बधाई स्वीकार करें ।

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Saurabh Pandey's blog post दीप को मौन बलना है हर हाल में // --सौरभ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। लम्बे अंतराल के बाद पटल पर आपकी मुग्ध करती गजल से मन को असीम सुख…"
19 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . विविध
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुंदर दोहे हुए हैं।हार्दिक बधाई। भाई रामबली जी का कथन उचित है।…"
Tuesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . विविध
"आदरणीय रामबली जी सृजन आपकी मनोहारी प्रतिक्रिया से समृद्ध हुआ । बात  आपकी सही है रिद्म में…"
Tuesday
रामबली गुप्ता commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . विविध
"बड़े ही सुंदर दोहे हुए हैं भाई जी लेकिन चावल और भात दोनों एक ही बात है। सम्भव हो तो भात की जगह दाल…"
Monday
रामबली गुप्ता commented on रामबली गुप्ता's blog post कुंडलिया छंद
"हार्दिक आभार भाई लक्ष्मण धामी जी"
Monday
रामबली गुप्ता commented on रामबली गुप्ता's blog post कुंडलिया छंद
"हार्दिक आभार भाई चेतन प्रकाश जी"
Monday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"आदरणीय, सुशील सरना जी,नमस्कार, पहली बार आपकी पोस्ट किसी ओ. बी. ओ. के किसी आयोजन में दृष्टिगोचर हुई।…"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . रिश्ते
"आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी सृजन आपकी मनोहारी प्रतिक्रिया से समृद्ध हुआ । हार्दिक आभार आदरणीय "
Sunday
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार "
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . संबंध
"आदरणीय रामबली जी सृजन के भावों को आत्मीय मान से सम्मानित करने का दिल से आभार ।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। अच्छे दोहे हुए हैं। हार्दिक बधाई।"
Nov 17
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुंदर छंद हुए हैं। हार्दिक बधाई।"
Nov 17

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service