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होली पर कुछ दोहे

मंच को होली की मुबारक के साथ इस अवसर पर कुछ दोहे :

होली के त्योहार पर ,इतना रखना ध्यान।
नारी का अक्षत रहे ,रंगों में सम्मान।।

गौर वर्ण पर रंग ने, ऐसा किया धमाल।
नैनों नें की मसखरी, गाल हो गए लाल।।

प्रेम प्यार का राग है होली का त्योहार ।
देह देह पर सज रही, रंगों की बौछार ।।

होली का त्योहार है, रिश्तों की मनुहार।
मन मुटाव को भूल कर,गले मिलें सौ बार।।

संयत होली खेलिए, रहे सुरक्षित चीर।
टूट न जाए लाज की, भूले से प्राचीर।।

सुशील सरना

मौलिक एवं अप्रकाशित

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Comment by Sushil Sarna on March 21, 2019 at 3:11pm

आदरणीय समर कबीर साहिब, आदाब ... सृजन के भावों को अपनी अमूल्य प्रतिक्रिया का अलंकृत करने का दिल से आभार। आपको रंगोत्सव की हार्दिक बधाई।

Comment by Samar kabeer on March 21, 2019 at 11:59am

जनाब सुशील सरना जी आदाब,होली पर्व पर अच्छे दोहे रचे आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।

आपको रंगोत्सव की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ।

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