माँ लक्ष्मी फिल्मस के बैनर तले राममनोहर कृत भोजपुरी फिल्म “बी डी ओ साहेब” की शूटिंग मार्च से शुरू होने जा रही है | पूरे फिल्म की शूटिंग बिहार के छपरा और आरा जिले में की जायेगी | कोलकाता से बन रही इस फिल्म का पहला लुक जारी किया गया | फिल्म के बारे में जानकारी देते हुए फिल्म के निर्माता पत्रकार दिलीप कुमार ने बताया की भोजपुरी की यह पहली फिल्म होगी जिसके सभी कलाकार भोजपुरी भाषी होंगे जिससे फिल्म के संवाद की वास्तविकता बनी रहेगी |
इस फिल्म में भोजपुरी सिनेमा के सात बड़े स्टार हैं | हालाँकि कलाकारों के नामों को गुप्त रखा गया है | फिल्म की कहानी ग्रामीण क्षेत्रो में फैले भ्रष्टाचार को लेकर है, जिसे जड़ से खत्म करने की जिम्मेवारी एक ईमानदार बी डीओ के कंधे पर है इसीलिए इस फिल्म का शीर्ष "बी डी ओ.साहेब” रखा गया है | फिल्म में सुमधुर कर्णप्रिय नौ गाने हैं जिसे लिखा है राजेश पाण्डेय “अकेला" (मुंबई) ने, कहानी है नारायण दूबे की और निर्देशक हैं पप्पू भारती |
निर्माता दिलीप कुमार ने कहा की आप भरोसा रखें, हमारी यह कोशिश रहेगी की हमेशा माँ लक्ष्मी फिल्म्स अपने बैनर तले एक ऐसी फिल्म आप के समक्ष प्रस्तुत करेगी जिससे आप गर्व से कह सकेंगें की ये हमारी भोजपुरी भाषा की फिल्म है और आप समस्त परिवार इसका सामूहिक आनंद उठा सकेंगें | इस फिल्म में अश्लीलता की कोई जगह नहीं है और गाने भी बड़े साफ सुथरे हैं | कहानी और गाने में द्विअर्थी शब्दों का कही प्रयोग नहीं है , साथ ही इस फिल्म में भोजपुरी के उन गौरवशाली संस्कृतिक दृश्यों को फिल्माया जायेगा जिसे आज का भोजपुरिया समाज भूलता जा रहा है | गाने में पारंपरिक लोकगीत को भी रखा गया है | पहले चरण में फिल्म की शूटिंग छपरा में और दूसरे चरण में आरा जिले में की जायेगी | भोजपुरी की यह पहली फिल्म होगी जिसका निर्माण हर उस पहलू को ध्यान में रखकर किया जा रहा है जिससे इस फिल्म को राष्ट्रीय पुरुस्कार मिल सके | इस फिल्म में भोजपुरीया ग्रामीण जीवनशैली, भोजपुरिया पहनावा को मूलरूप से फिल्माया जायेगा, वैसे यह फिल्म भोजपुरी फिल्मों में चले आ रहे अश्लील और फूहड़ गीतों के फार्मूले को खारिज करती है। इस फिल्म में कोशिश की गई है कि दर्शक के साथ साथ इसमें अभिनीत कलाकार भी अपने पूरे परिवार के साथ बैठ कर इस फिल्म को देख सकें और भोजपुरी के समृद्ध इतिहास को जाने |
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bahut badhia khabar mubarak hokhe pappu ji aur dilip kumar ji ke.. chali sudhar ke taraf badhal kadam ke sawagat ba
इस सकारात्मक सोच और भाव की आज भोजपुरी सिनेमा को बहुत जरूरत है. यदि इस फिल्म से जुड़े सभी कर्मी और सदस्य ऐसा कुछ कर पाये जिसका दावा किया जा रहा है तो यह एक ऐतिहासिक कदम होगा जो पुनः गंगा मइया तोहे पियरी चढ़इबो के माहौल की पुनरावृति का कारण बन सकती है.
अग्रिम शुभकामनाएँ
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