Tags:
Replies are closed for this discussion.
बढ़िया ,तू डाल डाल मैं पात पात . अच्छी रचना नीता जी.
आदरनीय नीता सैनी जी आप ने एक सच्चाई व्यक्त कर दी. बढ़िया इस सच्चाई के लिए .
मेहनत को पुरूस्कार मिला अच्छी रही | शुभकामनाये एवं बधाई आ, नीता जी
आदरणीय नीता जी, विषय को सार्थक करती इस कथा के लिए आपको ढेरों शुभकामनाएं । कथा का सम्प्रेषण पक्ष थोड़ा कमजोर रह गया । जैसे /‘प्लीज, प्रथम पुरस्कार मुझे दे दीजिए।’/ यह वाक्य कुछ प्रभावशाली नहीं बन पाया। इसे थोड़ा प्रभावशाली व सांकेतिक ढंग से कहने से कथा का प्रभाव अधिक प्रखर बनता। इसी प्रकार समीक्षक कवि का नाम ‘नागराज’ कथा के प्रभाव को कुछ हल्का कर रहा है, अच्छा होता की समीक्षक कवि का नाम न ही देता जैसे आपने खूबसूरत कवियत्री लिखा है। क्योंकि लघुकथा में शब्द मितव्ययता से आशय अनावश्यक शब्दों से बचना भी होता है और वैसे भी समीक्षक कवि का नाम ’नागराज’ हो या ’राजनाग’ कोई विशेष अंतर नहीं पड़ता। लघुकथा के प्रखर प्रभाव व कथ्य सम्प्रेषण के लिए तीव्र व प्रभावोत्पाद शब्दों का चयन वांछनीय है। सो शब्द चयन के लिए अतिरिक्त सर्तकता बरतें। सादर शुभकामनाएं ।
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |