आदरणीय साथिओ,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
आदरणीय सुरेन्द्र जी, आपकी इस सराहनीय टिप्पणी हेतु बहुत बहुत आभार.
बहुत बहुत आभार आदरणीय सुनील वर्मा जी.
बहुत अच्छा व्यंग्य करती लघुकथा कही है आदरणीय गणेश जी बागी सर| अध्यक्ष जी की जुबान फिसल गयी| सादर बधाई स्वीकार करें इस सृजन हेतु|
आदरणीय चंद्रेश कुमार जी, लघुकथा आप तक पहुँच गयी इसके लिए बहुत बहुत आभार.
आदरणीय तस्दीक अहमद खान साहब, आपके मुहब्बतों हेतु बहुत बहुत आभार.
आदरणीया शशी बंसल जी, आप जैसी साहित्य विदुषी से सराहना पाना किसी पुरस्कार से कम नहीं है, बहुत बहुत आभार.
आदरणीया सीमा जी, लघुकथा पर आपकी टिप्पणी उत्साहवर्धन कर रही है, बहुत बहुत आभार.
बहुत देर कर दी मेहरबां आते आते । आदरणीय भाई गणेश बागी जी शार्ट एंड क्रिस्पी लघुकथा। शीर्षक भी एकदम सटीक । एक भी शब्द इधर उधर करने की कोई गुजांयश नहीं । सादर शुभकामनाएं ।
आदरणीय रवि भाई, क्या कहे अब, नौकरी ने घर से बेघर कर दिया है, ओ बी ओ तो अपना घर है जहाँ कम आना हो पा रहा है आजकल. लघुकथा अपनी मूल स्वरुप में आप तक पहुँच गयी यह तोशकारक है. बहुत बहुत आभार.
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |