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Sheikh Shahzad Usmani's Discussions (5,109)

Discussions Replied To (4443) Replies Latest Activity

"हार्दिक अभिनन्दन पहली प्रविष्टि का। विषयांतर्गत बढ़िया सारगर्भित रचना के लिए तहे दिल…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Nov 29, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-32 (विषय: सुबह का भूला)

655 Dec 1, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"'बॉस-मति चाय' (लघुकथा) : "सुस्वागतम आदरणीय! बधाई हो! सुनाओ क्या हुआ, जब यू मेट बॉस?…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Nov 29, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-32 (विषय: सुबह का भूला)

655 Dec 1, 2017
Reply by योगराज प्रभाकर

"जन्मदिन की सालगिरह पर तहे दिल से बहुत-बहुत मुबारकबाद मुहतरम जनाब योगराज प्रभाकर साहि…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Nov 18, 2017 to खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

3552 Sep 14, 2024
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

सदस्य कार्यकारिणी

"बेहतरीन और महत्त्वपूर्ण विषय पर आयोजित महाउत्सव 85 के सफल संचालन और त्वरित संकलन घोष…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Nov 12, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-85 में प्रस्तुत समस्त रचनाएँ

10 Nov 18, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"अनुमोदन और हौसला अफ़ज़ाई के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत शुक्रिया मुहतरम जनाब मिथिलेश वा…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Nov 11, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-85

413 Nov 11, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आपकी हौसला अफ़ज़ाई से ही सीखने वाले सहभागिता का क्रम जारी है। तहे दिल से बहुत-बहुत श…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Nov 11, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-85

413 Nov 11, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"जी शुक्रिया।"

Sheikh Shahzad Usmani replied Nov 11, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-85

413 Nov 11, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"मेरी इस रचना पर भी समय दे कर प्रोत्साहित करने के लिए सादर हार्दिक धन्यवाद आदरणीय मिथ…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Nov 11, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-85

413 Nov 11, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"मेरा यह प्रयास भी आपको पसंद आया। मुझे प्रोत्साहित करने के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत श…"

Sheikh Shahzad Usmani replied Nov 11, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-85

413 Nov 11, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"दिलचस्प रचना। हार्दिक बधाई आपको आदरणीय मनन कुमार सिंह जी। तीसरी पंक्ति में /लोल/?"

Sheikh Shahzad Usmani replied Nov 11, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-85

413 Nov 11, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

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"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा से समृद्ध हुआ । हार्दिक आभार आदरणीय "
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। अच्छे दोहे हुए हैं। हार्दिक बधाई।"
18 hours ago

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"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, आपसे मिले अनुमोदन हेतु आभार"
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"मुस्काए दोस्त हम सुकून आली संस्कार आज फिर दिखा गाली   वाहहह क्या खूब  ग़ज़ल '…"
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दोहा दशम्. . . . . गुरु

दोहा दशम्. . . . गुरुशिक्षक शिल्पी आज को, देता नव आकार । नव युग के हर स्वप्न को, करता वह साकार…See More
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

लौटा सफ़र से आज ही, अपना ज़मीर है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२२१/२१२१/१२२१/२१२ ***** जिनकी ज़बाँ से सुनते  हैं गहना ज़मीर है हमको उन्हीं की आँखों में पढ़ना ज़मीर…See More
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"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति, उत्साहवर्धन एवं स्नेह के लिए आभार। आपका स्नेहाशीष…"
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Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . नजर

नजरें मंडी हो गईं, नजर हुई  लाचार । नजरों में ही बिक गया, एक जिस्म सौ बार ।। नजरों से छुपता…See More
Wednesday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आपको प्रयास सार्थक लगा, इस हेतु हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय लक्ष्मण धामी जी. "
Wednesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी सृजन के भावों को आत्मीय मान से अलंकृत करने का दिल से आभार आदरणीय । बहुत…"
Wednesday
Chetan Prakash commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post बाल बच्चो को आँगन मिले सोचकर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"छोटी बह्र  में खूबसूरत ग़ज़ल हुई,  भाई 'मुसाफिर'  ! " दे गए अश्क सीलन…"
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"अच्छा दोहा  सप्तक रचा, आपने, सुशील सरना जी! लेकिन  पहले दोहे का पहला सम चरण संशोधन का…"
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