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Amit Kumar "Amit"'s Discussions (876)

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"आदरणीय रवि भसीन साहब जी एक अच्छी गजल के आने के लिए बहुत-बहुत बधाइयां बाकी समर साहब क…"

Amit Kumar "Amit" replied Jan 24, 2020 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-115

128 Jan 25, 2020
Reply by Samar kabeer

"गम हो या फिर खुशी हो, सर पर ये आसमां है।यही है मेरा मुकद्दर यही मेरा पासबाँ है।।१।।…"

Amit Kumar "Amit" replied Jan 24, 2020 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-115

128 Jan 25, 2020
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय मुनीश तन्हा जी एक अच्छी ग़ज़ल कहने के लिए बधाइयां"

Amit Kumar "Amit" replied Dec 28, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-114

76 Dec 28, 2019
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय दंडपानी नाहक जी अच्छी ग़ज़ल लिखने के लिए बधाइयां"

Amit Kumar "Amit" replied Dec 28, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-114

76 Dec 28, 2019
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय समर सर ग़ज़ल पर आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा रहती है मार्गदर्शन के लिए बहुत-…"

Amit Kumar "Amit" replied Dec 28, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-114

76 Dec 28, 2019
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय लक्ष्मण धामी भाई साहब ग़ज़ल पसंद करने और हौसला अफजाई के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया"

Amit Kumar "Amit" replied Dec 28, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-114

76 Dec 28, 2019
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय मोहन बेगोवाल जी ग़ज़ल का अच्छा प्रयास बहुत-बहुत बधाइयां"

Amit Kumar "Amit" replied Dec 27, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-114

76 Dec 28, 2019
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय अजय गुप्ता जी एक बेहतरीन ग़ज़ल कहने के लिए बहुत-बहुत बधाइयां। मतला का भाव स्प…"

Amit Kumar "Amit" replied Dec 27, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-114

76 Dec 28, 2019
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय रवि भसीन शाहिद जी गजल पसंद करने और हौसला अफजाई के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद"

Amit Kumar "Amit" replied Dec 27, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-114

76 Dec 28, 2019
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय अजय गुप्ता जी गजल पसंद करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद"

Amit Kumar "Amit" replied Dec 27, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-114

76 Dec 28, 2019
Reply by Samar kabeer

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"कह-मुकरी * प्रश्न नया नित जुड़ता जाए। एक नहीं वह हल कर पाए। थक-हार गया वह खेल जुआ। क्या सखि साजन?…"
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pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"कभी इधर है कभी उधर है भाती कभी न एक डगर है इसने कब किसकी है मानी क्या सखि साजन? नहीं जवानी __ खींच-…"
10 hours ago

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"आदरणीय तमाम जी, आपने भी सर्वथा उचित बातें कीं। मैं अवश्य ही साहित्य को और अच्छे ढंग से पढ़ने का…"
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Aazi Tamaam commented on Aazi Tamaam's blog post तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या
"आदरणीय सौरभ जी सह सम्मान मैं यह कहना चाहूँगा की आपको साहित्य को और अच्छे से पढ़ने और समझने की…"
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Sushil Sarna replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"कह मुकरियाँ .... जीवन तो है अजब पहेली सपनों से ये हरदम खेली इसको कोई समझ न पाया ऐ सखि साजन? ना सखि…"
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अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
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"रात दिवस केवल भरमाए। सपनों में भी खूब सताए। उसके कारण पीड़ित मन। क्या सखि साजन! नहीं उलझन। सोच समझ…"
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सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आदरणीय मिथिलेश भाई, रचनाओं पर आपकी आमद रचनाकर्म के प्रति आश्वस्त करती है.  लिखा-कहा समीचीन और…"
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मिथिलेश वामनकर commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
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