For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

vandana's Discussions (1,253)

Discussions Replied To (938) Replies Latest Activity

"बाघ बकरी जल पियेंगे साथ मिलकर ताल मेंअब न मछुआरा  करेगा  मीन  कोई जाल में बहुत बढ़िय…"

vandana replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"अगर इंसान उधार के प्रलोभन और आकर्षण के जाल को पहचान जाएगा भौतिक सुख से अधिक आत्मिक स…"

vandana replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"समझो प्रांगण रण का यह जग I इसमें भर कर सत्वर दो डग I दोगे कम्पित कर जब अग-नग I दुर्…"

vandana replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"बहुत बढ़िया मुक्तक आदरणीय "

vandana replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"बढ़िया ग़ज़ल आदरणीय उमेश जी "

vandana replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"धनुष सी झुकी काया, वक्त की लाठी थामे हुए है धुमिल पड़ी इन आँखों में अब भी आकाश छुपा ह…"

vandana replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"जो कहा है वही होगा क्या जो होगा  वो  सही होगा क्या मर्जी मन की  चलेगी या फिर कोई खात…"

vandana replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"छईं-छपाक, कागज़ की कश्ती, सावन वाले अच्छे दिन  हमेशा की तरह लुभावनी रचना आदरणीय अरुण…"

vandana replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"अच्छे दिन की आस में,मचा रहे उत्पात सारी जनता देखती,कैसा हुआ प्रभात । बढ़िया व्यंग्य आ…"

vandana replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"सभी छन्न बहुत बढ़िया आदरणीय छन्न पकैया छन्न पकैया, पके पुलाव खयाली |अच्छे दिन के पकवा…"

vandana replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179

आदरणीय साहित्य प्रेमियो, जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर…See More
1 hour ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर left a comment for लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार की ओर से आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं।"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक धन्यवाद। बहुत-बहुत आभार। सादर"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
"आदरणीय गिरिराज भंडारी सर वाह वाह क्या ही खूब गजल कही है इस बेहतरीन ग़ज़ल पर शेर दर शेर  दाद और…"
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .इसरार
" आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन आपकी मनोहारी प्रतिक्रिया से समृद्ध हुआ । हार्दिक आभार आदरणीय जी…"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post बाल बच्चो को आँगन मिले सोचकर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, आपकी प्रस्तुति में केवल तथ्य ही नहीं हैं, बल्कि कहन को लेकर प्रयोग भी हुए…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .इसरार
"आदरणीय सुशील सरना जी, आपने क्या ही खूब दोहे लिखे हैं। आपने दोहों में प्रेम, भावनाओं और मानवीय…"
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post "मुसाफ़िर" हूँ मैं तो ठहर जाऊँ कैसे - लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी इस बेहतरीन ग़ज़ल के लिए शेर-दर-शेर दाद ओ मुबारकबाद क़ुबूल करें ..... पसरने न दो…"
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on धर्मेन्द्र कुमार सिंह's blog post देश की बदक़िस्मती थी चार व्यापारी मिले (ग़ज़ल)
"आदरणीय धर्मेन्द्र जी समाज की वर्तमान स्थिति पर गहरा कटाक्ष करती बेहतरीन ग़ज़ल कही है आपने है, आज समाज…"
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर updated their profile
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-126 (पहचान)
"आदरणीया प्रतिभा जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार। बहुत बहुत धन्यवाद। आपने सही कहा…"
Oct 1
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-126 (पहचान)
"जी, शुक्रिया। यह तो स्पष्ट है ही। "
Sep 30

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service