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MAHIMA SHREE's Discussions (1,151)

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"आखिर क्यूँ हम इतने बड़े हो गए बचपन के दिन जाने कहाँ खो गए ..बढ़िया प्रस्तुति बहुत बहु…"

MAHIMA SHREE replied Jun 12, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-56

338 Jun 14, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"स्मृतियों की गठरी खुली, मन को मिला सुकून। मधुर स्मृति में खोने का, सर पर चढा जुनून।।…"

MAHIMA SHREE replied Jun 12, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-56

338 Jun 14, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"बहुत ही सुन्दर विषयानुरुप ..प्रस्तुति बहुत बहुत बधाई आपको"

MAHIMA SHREE replied Jun 12, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-56

338 Jun 14, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"बहुत ही हृदयस्पर्शी प्रस्तुति...आपने विषय को अलग दृष्टिकोण से अभिव्यक्त किया...बहुत…"

MAHIMA SHREE replied Jun 12, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-56

338 Jun 14, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"अरे... वाह.वाह..बहुत ही सुन्दर गीत ....आनंद आ गया... ढ़ेरों बधाई ..आदरणीय सौरभ सर, स…"

MAHIMA SHREE replied Jun 12, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-56

338 Jun 14, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"किसे है खबर आज क्या चाहता हूँ मेरे यार,  तेरी  दुआ  चाहता  हूँ   तेरे हुस्न की  खुशब…"

MAHIMA SHREE replied May 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-59

680 May 23, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"वाह वाह..कमाल की ग़ज़ल पर शेर दर शेर बधाई स्वीकार करें , सादर"

MAHIMA SHREE replied May 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-59

680 May 23, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"छुपा है कहाँ आजतक मेरे ख़ालिक तुझे इक नजर देखना चाहता हूँ   मुझे है खबर ये सफ़र आख़िरी…"

MAHIMA SHREE replied May 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-59

680 May 23, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आपको ग़ज़ल अच्छी लगी .. जानकर खुशी हुई आ. प्राची जी, सराहना के लिए हृदय से आभार, सादर"

MAHIMA SHREE replied May 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-59

680 May 23, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आपका बहुत बहुत  हृदय से आभार, आ. राजेश दी..लिखना सार्थक हुआ, सादर"

MAHIMA SHREE replied May 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-59

680 May 23, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

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