For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

siyasachdev's Discussions (346)

Discussions Replied To (270) Replies Latest Activity

प्रधान संपादक

"आदरणीय धरमेदर शर्मा साहेब आपकी हौसला अफजाई के लिए तहे दिल से शुक्रिया आपसे इसी खलूस…"

siyasachdev replied Nov 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १३ ( Now Closed with 1048 Replies )

1048 Nov 11, 2011
Reply by Saurabh Pandey

प्रधान संपादक

"आदरणीय  योगराज प्रभाकर जी बहुत बहुत शुक्रिया आपका आपने अपने मेहरबान लहजे से जिस तरह…"

siyasachdev replied Nov 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १३ ( Now Closed with 1048 Replies )

1048 Nov 11, 2011
Reply by Saurabh Pandey

प्रधान संपादक

"wah behad khoobsurat shabdo mein kahi gayi umda ghazal sabhi aashar behatareen"

siyasachdev replied Nov 8, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १३ ( Now Closed with 1048 Replies )

1048 Nov 11, 2011
Reply by Saurabh Pandey

प्रधान संपादक

"प्यार का मौसम जहाँ को भा गया कुछ दिलों को और भी तडपा गया आई है कुछ देर से अबके बहार…"

siyasachdev replied Nov 8, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १३ ( Now Closed with 1048 Replies )

1048 Nov 11, 2011
Reply by Saurabh Pandey

"बेहद खूबसूरत ..बहुत ही उम्दा ग़ज़ल वाह लाजवाब ....बहुत खूब ... "

siyasachdev replied Oct 29, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १६ (Now closed with 740 Replies )

740 Oct 30, 2011
Reply by योगराज प्रभाकर

"ठोकरें जब भी लगें गिर पड़ो, उठो, चल दो.मंजिलों पर नयी मंजिल को उठा कर देखो..बहुत खूब…"

siyasachdev replied Oct 29, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १६ (Now closed with 740 Replies )

740 Oct 30, 2011
Reply by योगराज प्रभाकर

"प्यारी ग़ज़ल कही  हैं  बेहद खूबसूरत आशार कहे हैं आपने . वाह  बहुत  खूब"

siyasachdev replied Oct 29, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १६ (Now closed with 740 Replies )

740 Oct 30, 2011
Reply by योगराज प्रभाकर

"हास्य को बहुत ही खूबसूरत अंदाज़ में  बयां किया हैं  पेशकश बहुत अच्छी लगी उम्दा शेर कह…"

siyasachdev replied Oct 29, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १६ (Now closed with 740 Replies )

740 Oct 30, 2011
Reply by योगराज प्रभाकर

"दूर वीराने में एक गाँव बसा कर देखो,प्रीति का गीत वहाँ आज ये गा कर देखो....बहुत खूबसू…"

siyasachdev replied Oct 29, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १६ (Now closed with 740 Replies )

740 Oct 30, 2011
Reply by योगराज प्रभाकर

"नफरतों की दिवारों को तोड़कर यूं मोह्बतों के घरौंदों को बनाकर देखो....उम्दा शेर   मुफल…"

siyasachdev replied Oct 29, 2011 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १६ (Now closed with 740 Replies )

740 Oct 30, 2011
Reply by योगराज प्रभाकर

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"यूॅं छू ले आसमाॅं (लघुकथा): "तुम हर रोज़ रिश्तेदार और रिश्ते-नातों का रोना रोते हो? कितनी बार…"
Tuesday
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"स्वागतम"
Sunday
Vikram Motegi is now a member of Open Books Online
Sunday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .पुष्प - अलि

दोहा पंचक. . . . पुष्प -अलिगंध चुराने आ गए, कलियों के चितचोर । कली -कली से प्रेम की, अलिकुल बाँधे…See More
Sunday
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दयाराम जी, सादर आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई संजय जी हार्दिक आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. रिचा जी, हार्दिक धन्यवाद"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दिनेश जी, सादर आभार।"
Saturday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय रिचा यादव जी, पोस्ट पर कमेंट के लिए हार्दिक आभार।"
Saturday
Shyam Narain Verma commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: ग़मज़दा आँखों का पानी
"नमस्ते जी, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर"
Saturday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service