आदरणीय लघुकथा प्रेमियो,
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हार्दिक बधाई आदरणीय जानकी वाही जी!ग्रामीण परिवेश में तेजी से आये बदलाव की तसवीर को अपनी सुघढ लेखन शैली से आपने और भी खूबसूरत रूप दे दिया!
सुन्दर शब्द चित्र प्रस्तुत हुए हैं, बधाई आदरणीया जानकी वाही जी.
मृणाल, नीलपर्णिका ! वाह क्या नाम हैं पात्रो के ! और, क्या ताना-बाना बुना गया है ! अत्यंत सफल इस प्रस्तुति केलिए हार्दिक बधाइयाँ.
आपकी भाषा, इसका विन्यास, आपकी कथात्मकता का वहन कर सकने में पूर्णतया सक्षम है.
शुभ-शुभ
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