पिछले वर्ष की तरह इस साल भी ‘गुफ्तगू कैम्पस काव्य प्रतियोगिता’ का आयोजन किया जा रहा है। जिसके लिए छात्र-छात्राओं से प्रविष्टियां आमंतित्रत की गई हैं।
किसी भी शिक्षण संस्थान में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं ही इस प्रतियोगिता में शिरकत कर सकते हैं।
प्रतियोगिता के अंतर्गत प्राप्त होने वाले सभी प्रविष्टियों में से चुने हुए 20 प्रतिभागियों से काव्य पाठ कराया जाएगा, इस मौके पर मौजूद अतिथि इन प्रतिभागियों को अंक देंगे। सभी के अंकों को जोड़ने के बाद विजेता की घोषणा मंच पर ही कर दी जाएगी।
प्रथम स्थान पाने वाले को 1500 रुपए,
द्वितीय वाले को 1000 रुपए
और तीसरे स्थान हासिल करने वाले को 750 रुपए नकद और प्रशस्ति पत्र दिये जाएंगे।
इसके अलावा दस प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार के अंतर्गत 500-500 रुपए की साहित्यिक पुस्तकें दी जाएंगी।
प्रविष्टियां भेजने की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2012 है।
प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए निम्नलिखत सामग्री कोरियर या रजिस्टर्ड डाक से भेजनी है।
1.दो रचनाएं (कविता, ग़ज़ल,गीत, नात आदि)
2.मौलिकता प्रमाणपत्र (एक सादे कागज पर)
3. पासपोर्ट आकार का रंगीन फोटो
4.बायोडाटा (डाक का पता, मोबाइल और फोन नंबर सहित) भेजने का पता
5 .इस समय जिस विद्यालय / कालेज / कोचिंग / से अध्ययनरत हैं वहाँ का परिचय पत्र अथवा एडमीशन कार्ड
संपादक-गुफ्तगू
123ए-1,हरवारा,धूमनगंज,इलाहाबाद-211011
मोबाइल नंबर: 9889316790,9335162091,9453004398
पिछले वर्ष यह आयोजन 30 अक्तूबर 2011 को इलाहाबाद के प्रीतमनगर में स्थित मदर इंटरनेशनल स्कूल के कैम्पस किया गया। जिसकी अध्यक्षता मशहूर शायर मुनव्वर राना की थी,जबकि मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश सरकार के तत्कालीन कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ मौजूद थे। इनके अलावा विधायक श्रीमती पूजा पाल, अमृत प्रभात के कार्यकारी संपादक मुनेश्वर मिश्र,डा.राजीव सिंह, डा.पीयूष दीक्षित, सी आर यादव,धनंजय सिंह, इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी,शिवपूजन सिंह,संतोष तिवारी समेत अनके साहित्यकार मौजूद थे।
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अरे वाह!!!
इतनी अच्छी खबर कैसे अछूती रह गयी!
अबके साल मै भी इसमें शिरकत करना चाहती हूँ। प्लीज इसको अपडेट करियेगा। और खुशकिस्मती की बात ये है की इस अगस्त तक मै एक शिक्ष्ण संस्थान की छात्रा रहूगीं :))))
अभी आपका विद्यार्थी जीवन पूरा नहीं हुआ है क्या ???
किसी भी शिक्षण संस्थान में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं ही इस प्रतियोगिता में शिरकत कर सकते हैं।
एक तो कभी विद्यार्थी जीवन पूरा नही होता है।
दुसरे मै अभी औपचारिक रूप से शिक्षण संस्थान में अध्धयनरत हूँ जिसका नाम है "श्री गुजराती समाज बी एड एवं विधि कॉलेज।
मैंने पूरी तरह से नियम और काइदे पढ़ कर ही इसमें शामिल होने की इच्छा जाहिर की है।
अब यह चाहे मेरी खुश किस्मती कह लीजिये की, भारत में समस्त विश्व विद्यालय के बी एड के इम्तेहान हो चुके है और मेरे इम्तेहान अगस्त के बाद ही होंगे :)))))))
मगर इस साल यह कार्यक्रम नवंबर में होगा :(((((((((
चिंता न कीजिये,, जहाँ चाह वहाँ राह :))))))))))
क्या मालूम मेरे रिजल्ट नवम्बर में ही आयें :))))
लेकिन अब आप इसे नवम्बर तक ही रहने दीजिये,, दिसम्बर मत करिए, नई तो फिर
मै एम् एस सी कर ने का सोचूंगी :))))))
:)))))))))))))))))))
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