कद्र करें हम उन लोगों की
जिनने जीवन सफल जिया
दिन-प्रतिदिन के कष्ट नकारे
सुधा-हलाहल सहज पिया ॥ कद्र करें हम.. ॥
ऐसे में माँ-पिता हमारे
ऐसे में नाना-दादा हैं
कहना हम मानेंगे इनकी
हमसब करते ये वादा हैं
हमसब की उन्नति को लेकर
सभी बड़े कितना सोचें
इसीलिए आज्ञा-पालन को
हम बच्चों ने ध्येय किया ॥ कद्र करें हम.. ॥
पुस्तक के पाठों को गुनना
हल करना, उत्तर भी जाना
बात सुनें हमसब गुरुजन की
सिखा रहे जो राह बनाना
गुरु के ही तो अनुभव से सब
नाम बड़ा कर पाते हैं
जीवन हो आदर्श हमारा
हमने दृढ़-संकल्प लिया ॥ कद्र करें हम.. ॥
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-सौरभ
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(मौलिक और अप्रकाशित)
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अति सुन्दर बाल गीत। बधाई।
बहुत सुंदर, सुबोध एवं संदेशप्रद बाल कविता ॥
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