For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

जय जय गोमाता सुखसागर। जय देवी अमृत की गागर॥
जीवनरस सरिता तुम दाता। तेरी महिमा गाएँ विधाता॥
वेद-पुराणों ने गुण गाया। धर्म सनातन ने अपनाया॥
दर्शन तेरा मंगलकारी। सदगुण पा जाते नर-नारी॥
वास सभी देवों का तुझमें। पुण्य सभी तीर्थों का तुझमें॥
मनोकामना पूरण करती। कामधेनु बन झोली भरती॥
चरणों की रज अति उपकारी। महापापनाशक, सुखकारी॥
जगमाता हो पालनहारी। गोपालक हैं कृष्णमुरारी॥
कृपा तिहारी बड़ी निराली। धर्म, अर्थ को देनेवाली॥
गोदर्शन यात्री जो पावे। निश्चय यात्रा सफल बनावे॥
गोरस होता सुधा समाना। सत्य सनातन सबने माना॥
दुग्ध, दही, घी, गोमूत्र पावन। गौमय रस होता मनभावन॥
पंचगव्य मिश्रण है इनका। रोग मिटें जिनसे बन तिनका॥
पंचगव्य भारी फलदायी। जनमानस ने सेहत पायी॥
जिस घर में हो वास तिहारा। घर वो है मंदिर सा प्यारा॥
रहती सुख-समृद्धि हमेशा। सदा दूर ही भागे क्लेशा॥
जन जो गुड़ का भोग लगावे। बने प्रतापी, पुण्य कमावे॥
जिसकी सच्ची श्रद्धा होती। नर वो जनमानस का मोती॥
भाग्यवान पाता है मौका। मिलती गौसेवा की नौका॥
तरणी ये वर देनेवाली। भवबाधा को हरणेवाली॥
करता है जो तेरी सेवा। पाता मुँहमाँगा फल, मेवा॥
माता हम हैं शरण तिहारी। हरदम रक्षा करो हमारी॥

Views: 2217

Replies to This Discussion

दुग्ध, दही, घी, गोमूत्र पावन। गौमय रस होता मनभावन॥
पंचगव्य मिश्रण है इनका। रोग मिटें जिनसे बन तिनका॥
पंचगव्य भारी फलदायी। जनमानस ने सेहत पायी॥
जिस घर में हो वास तिहारा। घर वो है मंदिर सा प्यारा॥-----प्रिय कुमार अजीतेंदु जी बहुत ही सुन्दर शानदार चौपाइयां लिखी हैं गौ माता 
 के ऊपर सभी एक से बढ़ कर एक हैं आपको हार्दिक बधाई 

आदरणीया राजेश जी, स्नेह एवं सराहना के लिए आपका बहुत-बहुत आभार.......

आ0 अजीतेन्दु जी, ’’जिसकी सच्ची श्रद्धा होती। नर वो जनमानस का मोती॥
भाग्यवान पाता है मौका। मिलती गौसेवा की नौका॥’’ भक्तिमय अतिसुन्दर रचना। बधाई स्वीकारें। सादर,

बहुत-बहुत आभार आपका आदरणीय केवल प्रसाद जी.................

सुंदर भाव. 18 पंक्तियाँ और लिख दीजिये तो ये सुन्दर गो चालीसा बन पड़ेगी 

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। सुंदर गीत रचा है। हार्दिक बधाई।"
52 minutes ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"आ. भाई सुरेश जी, अभिवादन। सुंदर गीत हुआ है। हार्दिक बधाई।"
54 minutes ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुंदर दोहे हुए हैं।भाई अशोक जी की बात से सहमत हूँ। सादर "
57 minutes ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"दोहो *** मित्र ढूँढता कौन  है, मौसम  के अनुरूप हर मौसम में चाहिए, इस जीवन को धूप।। *…"
2 hours ago
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"  आदरणीय सुशील सरना साहब सादर, सुंदर दोहे हैं किन्तु प्रदत्त विषय अनुकूल नहीं है. सादर "
10 hours ago
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी सादर, सुन्दर गीत रचा है आपने. प्रदत्त विषय पर. हार्दिक बधाई स्वीकारें.…"
10 hours ago
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"  आदरणीय सुरेश कुमार 'कल्याण' जी सादर, मौसम के सुखद बदलाव के असर को भिन्न-भिन्न कोण…"
10 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . धर्म
"आदरणीय सौरभ जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय "
13 hours ago
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"दोहा सप्तक. . . . . मित्र जग में सच्चे मित्र की, नहीं रही पहचान ।कदम -कदम विश्वास का ,होता है…"
16 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"रचना पोस्ट करते समय कोई भूमिका न लिखें, सीधे अपनी रचना पोस्ट करें, अंत में अपना नाम, पता, फोन नंबर,…"
23 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"गीत••••• आया मौसम दोस्ती का ! वसंत ने आह्वान किया तो प्रकृति ने श्रृंगार…"
yesterday
सुरेश कुमार 'कल्याण' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"आया मौसम दोस्ती का होती है ज्यों दिवाली पर  श्री राम जी के आने की खुशी में  घरों की…"
Saturday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service