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मिर्ज़ा ग़ालिब द्वारा इस्तेमाल की गईं बह्रें और उनके उदहारणउदाहरणार्थ चुने गए शेरों के लिए कोशिश ये रही है की दीवान-ए-ग़ालिब की हर ग़ज़ल से कम से कम एक शेर अवश्य हो. कुछ शेर उन अप्रकाशित ग़ज़लों के भी र… Started by Ajay Tiwari |
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Oct 30, 2018 Reply by Ajay Tiwari |
मीर तक़ी मीर द्वारा इस्तेमाल की गई बह्रों की तालिकाStarted by Ajay Tiwari |
0 | Sep 2, 2018 |
मीर तक़ी मीर द्वारा इस्तेमाल की गईं बह्रें और उनके उदहारणमीर तक़ी मीर द्वारा इस्तेमाल की गई बह्रें और उनके उदहारण मुतक़ारिब असरम मक़्बूज़ महज़ूफ़ 16-रुक्नी(बह्र-ए-मीर) फ़अ’लु फ़ऊलु फ़ऊलु फ़ऊलु फ़ऊलु फ़… Started by Ajay Tiwari |
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Aug 30, 2018 Reply by Samar kabeer |
ग़ज़ल-संक्षिप्त आधार जानकारी-5पिछले आलेख में हमने प्रयास किया काफि़या को और स्पष्टता से समझने का और इसी प्रयास में कुछ दोष भी चर्चा में लिये। अगर अब तक की बात समझ आ गय… Started by Tilak Raj Kapoor |
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Apr 22, 2017 Reply by Nilesh Shevgaonkar |
ग़ज़ल-संक्षिप्त आधार जानकारी-6काफि़या को लेकर अब कुछ विराम लेते हैं। जितना प्रस्तुत किया गया है उसपर हुई चर्चा को मिलाकर इतनी जानकारी तो उपलब्ध हो ही गयी है कि इस विषय… Started by Tilak Raj Kapoor |
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Jan 27, 2016 Reply by kanta roy |
ग़ज़ल कहना सीखना चाहता हूँआदरणीय मैं एक भावाभियक्तिकर्ता मात्र हूँ; ग़ज़ल कहने की विधा से पूर्ण अपरिचित हूँ; मैंने अपनी एक ग़ज़ल नीचे लिखी है; कृपया इसी के सन्दर्भ में म… Started by Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" |
0 | Jul 31, 2015 |
ग़ज़ल-संक्षिप्त आधार जानकारी-3एक बात जो आरंभ में ही स्पष्ट कर देना जरूरी है कि यह आलेख काफि़या का हिन्दी में निर्धारण और पालन करने की चर्चा तक सीमित है। उर्दू, अरबी,… Started by Tilak Raj Kapoor |
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Feb 22, 2012 Reply by Rajeev Bharol |
ग़ज़ल-संक्षिप्त आधार जानकारी-9(श्री तिलक राज कपूर जी द्वारा मेल से भेजे गए पोस्ट को हुबहू पोस्ट किया जा रहा है.....एडमिन) जि़हाफ़: जि़हाफ़ का शाब्दिक अर्थ है न्यूनता… Started by Admin |
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Jul 20, 2011 Reply by आवाज शर्मा |
ग़ज़ल-संक्षिप्त आधार जानकारी-8बह्र विवरण-अगला चरण:पिछली पोस्ट में जो जानकारी दी गयी थी उससे एक स्वाभाविक प्रश्न उठता है कि सभी मुफ़रद बह्र एक ही रुक्न की आवृत्ति स… Started by Tilak Raj Kapoor |
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May 14, 2011 Reply by Tilak Raj Kapoor |
Sandhi Par Kuch aur roshiniTilak Raj ji Pahle baar Pathshal mein aai hoon. Sadar namaskar. Is manch ko kaise handle karoon yahi seekhne ke prayaas mein joojh rahi hoo… Started by Devi Nangrani |
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Mar 1, 2011 Reply by Tilak Raj Kapoor |
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