For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA's Discussions (965)

Discussions Replied To (264) Replies Latest Activity

सदस्य टीम प्रबंधन

"आदरणीय सर जी ,  सादर अभिवादन सादर आभार ,  "

PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA replied Jul 20, 2015 to ओबीओ ’चित्र से काव्य तक’ छंदोत्सव" अंक- 51 की समस्त रचनाएँ चिह्नित

55 Aug 3, 2015
Reply by Saurabh Pandey

सदस्य टीम प्रबंधन

"गुइयाँ छिपके तक रहीं , आवत मोहे लाज । बदरा का घूंघट करूँ , छुपे न फिर भी राज । सर जी…"

PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA replied Jul 19, 2015 to ओबीओ ’चित्र से काव्य तक’ छंदोत्सव" अंक- 51 की समस्त रचनाएँ चिह्नित

55 Aug 3, 2015
Reply by Saurabh Pandey

सदस्य टीम प्रबंधन

"सर आपसे वादा कर के गया था , कुछ ले कर आऊंगा , आप से ही सीखा  है , अब इसमें मुझे क्या…"

PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA replied Jul 19, 2015 to ओबीओ ’चित्र से काव्य तक’ छंदोत्सव" अंक- 51 की समस्त रचनाएँ चिह्नित

55 Aug 3, 2015
Reply by Saurabh Pandey

सदस्य टीम प्रबंधन

"आदरणीय श्री सौरभ सर जी  सादर अभिवादन  आयोजन में प्रस्तुत प्रिव्ष्टि में संशोधन  किया…"

PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA replied Jul 19, 2015 to ओबीओ ’चित्र से काव्य तक’ छंदोत्सव" अंक- 51 की समस्त रचनाएँ चिह्नित

55 Aug 3, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"जी सर कई बिंदु जिसमें कजरी भी है डालना था , सफल न हो सका , भिन्न परिस्थिति के कारण ,…"

PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA replied Jul 18, 2015 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-51

618 Jul 19, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आप सब की कृपा है , सादर आभार  स्वागत है आदरणीया जी "

PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA replied Jul 18, 2015 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-51

618 Jul 19, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीया राजेश कुमारी जी ,  सादर अभिवादन  प्रोत्साहन हेतु आभार , ठीक कर दिया होता , स…"

PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA replied Jul 18, 2015 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-51

618 Jul 19, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय श्री अरुन कुमार निगम जी  सादर अभिवादन .  परिस्थितियां अनुकूल नही , बिन बदरा ह…"

PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA replied Jul 18, 2015 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-51

618 Jul 19, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय श्री Ashok Kumar Raktale जी सादर अभिवादन ,  जी , परिस्थितियां ही कुछ ऐसी थीं…"

PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA replied Jul 18, 2015 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-51

618 Jul 19, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"अति सुन्दर रचना हेतु सादर बधाई स्वीकारें ,  आदरणीय  सुशिल सरन जी  "

PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA replied Jul 18, 2015 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-51

618 Jul 19, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . विविध
"आदरणीय जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय । हो सकता आपको लगता है मगर मैं अपने भाव…"
1 hour ago
Chetan Prakash commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . विविध
"अच्छे कहे जा सकते हैं, दोहे.किन्तु, पहला दोहा, अर्थ- भाव के साथ ही अन्याय कर रहा है।"
3 hours ago
Aazi Tamaam posted a blog post

तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या

२१२२ २१२२ २१२२ २१२इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्यावैसे भी इस गुफ़्तगू से ज़ख़्म भर…See More
15 hours ago
सुरेश कुमार 'कल्याण' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post गहरी दरारें (लघु कविता)
"परम् आदरणीय सौरभ पांडे जी सदर प्रणाम! आपका मार्गदर्शन मेरे लिए संजीवनी समान है। हार्दिक आभार।"
yesterday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . . . विविध

दोहा सप्तक. . . . विविधमुश्किल है पहचानना, जीवन के सोपान ।मंजिल हर सोपान की, केवल है  अवसान…See More
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post गहरी दरारें (लघु कविता)
"ऐसी कविताओं के लिए लघु कविता की संज्ञा पहली बार सुन रहा हूँ। अलबत्ता विभिन्न नामों से ऐसी कविताएँ…"
yesterday
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted a blog post

छन्न पकैया (सार छंद)

छन्न पकैया (सार छंद)-----------------------------छन्न पकैया - छन्न पकैया, तीन रंग का झंडा।लहराता अब…See More
yesterday
Aazi Tamaam commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: चार पहर कट जाएँ अगर जो मुश्किल के
"आदरणीय सुधार कर दिया गया है "
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post गहरी दरारें (लघु कविता)
"आ. भाई सुरेश जी, सादर अभिवादन। बहुत भावपूर्ण कविता हुई है। हार्दिक बधाई।"
Monday
Aazi Tamaam posted a blog post

ग़ज़ल: चार पहर कट जाएँ अगर जो मुश्किल के

२२ २२ २२ २२ २२ २चार पहर कट जाएँ अगर जो मुश्किल केहो जाएँ आसान रास्ते मंज़िल केहर पल अपना जिगर जलाना…See More
Monday
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted a blog post

गहरी दरारें (लघु कविता)

गहरी दरारें (लघु कविता)********************जैसे किसी तालाब कासारा जल सूखकरतलहटी में फट गई हों गहरी…See More
Monday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

शेष रखने कुटी हम तुले रात भर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

212/212/212/212 **** केश जब तब घटा के खुले रात भर ठोस पत्थर  हुए   बुलबुले  रात भर।। * देख…See More
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service