क्या दबदबा हमारा है!
लोक तन्त्र का सुख भोगेंगे
चुने गए हम राजा हैं
देश हमारा, मार्ग हमारा
हम ही इसके आका हैं
चाहे जितनी गाड़ी रक्खें
फुटपाथों पर, बीच सड़क
हमको भला कौन रोकेगा?
जन प्रतिनिधि ,बेधड़क, कड़क
आस-पास हैं गार्ड हमारे
ले बन्दूकें साथ चलें
डर से जन सहमे रहते हैं
क्या मजाल जो घात करें?
पिए शक्ति-मद हम मतवाले
करते नित्य बवाला हैं
संग चापलूसों का…
ContinueAdded by Usha Awasthi on August 16, 2022 at 8:57pm — 4 Comments
Added by Usha Awasthi on August 13, 2022 at 12:20pm — 2 Comments
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