सीमा पार से आके तुमने हमको जो ललकारा है
भागो तुम उस पार चलो यह भारतवर्ष हमारा है।
आये दिन जो तुम करते रहते हो उत्पात यहां
अब हम नहीं सहेंगे यह सब यह संकल्प हमारा है।
ऐसा क्या व्यवहार तुम्हारा जो कहके जाते हो पलट
अपनी सीमा पर है नहीं नियंत्रण यह दुर्भाग्य तुम्हारा है।
सरहद पर जो आते हैं करते स्वागत है हम उन का
मित्र तुम्हारे चरणों में यह झुका शीश हमारा है।
आये हो तो रहो यहां होकरके निर्भीक मगर
धोखा देने वालों पर गिरता फिर खड्ग…
ContinueAdded by indravidyavachaspatitiwari on October 15, 2016 at 6:19am — 3 Comments
वह अपने महल के अंदर बैठा हुआ था और अपने साथियों के साथ जश्न मनाने की तैयारी हो रही थी। उसके सैनिकों द्वारा छद्म वेश में जाकर दुश्मन देश के सैनिक अड्डे पर भीषण आक्रमण के परिणाम स्वरूप वहां पर भयंकर तबाही मची हुई थी और उस देश का अगुवा बौखला उठा थां । आज तक उससे कहा जा रहा था िकवह हमारा दोस्त है लेकिन इस तरह से पीठ के उपर छुरा मार कर घायल कर दिया गया था और उसी से वह छटपटा रहा था । उस देश के लगभग 50 सैनिक मौके पर ही मर गये थे। साजो सामान के नुकसान भी करोड़ों के उपर था। उसने अपने अनुचरों को…
Added by indravidyavachaspatitiwari on October 7, 2016 at 1:29pm — No Comments
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