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POOJA AGARWAL's Blog (4)

रफ्तार बढ़ा...

जो बीत गयी सो बात गयी ...ये बात किसी ने खूब कहीं

अब क्या सोचे तू ,पड़ा-पड़ा ..उठ जाग जा अब रात गयी

कर तैयारी अब आगे की ,कि रात गयी तो बात गयी 

फिर ना कहना ऐ-यार मेरे .. सारी मेहनत बेकार…

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Added by POOJA AGARWAL on May 29, 2013 at 3:30pm — 10 Comments

फेरीवाला

ये लो चाँद-सितारे ले लो

जगमगाती यादों के तारे ले लो

ज़िन्दगी कों हँसकर जीने कों…

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Added by POOJA AGARWAL on May 18, 2013 at 10:32am — 11 Comments

वहशी लोग

गंदी नाली के कीड़े है ये वहशी लोग
जो रात –दिन पनप रहे है किसी   
गटर के गंदे पानी में.
छि: घिन्नता से भर रहा है मन
खिज रहा है इसकी दुर्गन्ध से
साँस भी लेना दुश्वार हुआ है
इस अमानवीय माहौल में…
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Added by POOJA AGARWAL on May 10, 2013 at 11:00am — 8 Comments

कलम

ईश्वर ने चाहे मुझको 

खुशियाँ कम दे दी ,

मगर अच्छा किया कि

हाथ में मेरे कलम दे दी .

जब भी आँसू बहे आँखों से

शब्द बन के उतर जाते  .

होती न गर कलम हाथ में 

कैसे ग़म ये निकल पाते ,

थोड़ी सी मिली खुशियों में 

ज़हर बनके घुल जाते  .

हम घुट-घुट कर कबके 

यहाँ पर मर जाते  ,

इतना सारा ज़हर पीके हम           

भला कैसे फिर जी पाते .

इसी कलम ने ज़हर निकाला 

जब-जब दर्द ने डंक मारे ,

इसी कलम की…

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Added by POOJA AGARWAL on May 7, 2013 at 9:30pm — 8 Comments

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