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अजब हिंद की गजब कहानी कैसे मैं बतलाऊ ,

अजब हिंद की गजब कहानी कैसे मैं बतलाऊ ,
जो जो लुटता हैं हमें उसको मेहमान बनाऊ ,
अफजल गुरु की करनी को आप नहीं भूले होंगे ,
अजमल कसाब क्या किया सोच के जलते होंगे ,
अंग्रेजो की क्या बोलू मुगलों की राज सुनाऊ ,
अजब हिंद की गजब कहानी कैसे मैं बतलाऊ ,
लुट मची लुट लो जो मुग़ल अंग्रेज किये ,
माँ भारती के दामन पर सौ सौ दाग दिए ,
दिल्ली वाले लुट रहे हैं कमनवेल्थ के नाम पर ,
यु पि में भी लुट मची हैं मूर्ति वाला काम पर ,
ये सोचने की समय नहीं हैं दर्द कैसे दिखलाऊ ,
अजब हिंद की गजब कहानी कैसे मैं बतलाऊ ,
जो कोई भी साफ करेगा हिंद से आतंकबाद ,
मै उसके चरणों में जाऊ धन्य होगा मेरा भाग ,
सोहराबुदीन के वजह से फसे हैं आज अमित साह,
सोहराबुदीन आतंकी था तो केस क्यों चलता आज ,
कल भी थे और आज भी हैं हिंद में जयचंद दिखलाऊ ,
अजब हिंद की गजब कहानी कैसे मैं बतलाऊ ,

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Comment by Rash Bihari Ravi on September 16, 2010 at 2:22pm
dhanyabad
Comment by Subodh kumar on September 5, 2010 at 4:12pm
wah wah...bahut khoob...kya bayangaatamak rachna likhi hai apne giri jee..bahut sunder... dhanyabaad
Comment by आशीष यादव on September 4, 2010 at 11:01am
प्रणाम,
बहुत बढ़िया गीत के रचना कईलीं गुरु जी| एकदम देशभक्ति से ओतप्रोत होके|

मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on September 4, 2010 at 10:09am
अजब हिंद की गजब कहानी कैसे मैं बतलाऊ ?
अब बता भी दिजिये गुरु जी, :-) वैसे अच्छी चोट करती हुई रचना है, बढ़िया ,

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