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सूरज कभी सोता नही [लघु कथा ]

नन्हे बबलू ने रोहित से पूछा ,''अंकल क्या सूरज थकता नही है ?वह तो कभी सोता ही नहीं ,''उस नन्हे बच्चे के इस सवाल ने रोहित को लाजवाब कर दिया |एक हारे हुए इंसान को उम्मीद की नवकिरण  दिखा रहा था ,उस पांच साल के नन्हे से बच्चे का सवाल |एक हारा हुआ बिल्डर जिसकी बनाई हुई इमारत हाल ही में तांश के पत्तो सी बिखर गई थी और उसके साथ साथ उसकी आर्थिक स्थिति भी डांवाडोल हो  चुकी थी,लेकिन बबलू  का वह वाक्य उसे एक नई राह दिखा रहा था | रोहित ने अपनी कम्पनी के पूरे स्टाफ को फिर से बुलाया ,नयी रूपरेखा तैयार की गई और जुट गया एक बार फिर से उस प्रोजेक्ट को नए सिरे से बनाने में |इस बार रोहित बड़ी सतर्कता से हर काम अपनी  ही देख रेख में करवा रहा था ,उसे न दिन का होश रहता था न रात का ,किसी पर कोई काम छोड़ता ही नही था| नन्हे बबलू के शब्द उसके कानो में सदा गूंजते रहते थे .उसे सूरज की तरह ही बनना है ,कभी थकना नही है |एक दिन उसकी अनथक मेहनत रंग ले ही आई और उसकी हार जीत में बदल चुकी थी |वह उस बुलंद इमारत के सामने खड़ा उसके पीछे प्रेरणा देते हुए चमकते सूरज को टकटकी बांधे निहार रहा था ,आज उस नन्हे बच्चे के सवाल का जवाब उसके पास है ,''सूरज कभी सोता नही ''|

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Comment by Rekha Joshi on May 25, 2012 at 6:17pm

आदरणीय बाली जी ,इतने जोशीले कमेन्ट के लिए बहुत बहुत धन्यवाद ,आभार |

Comment by डॉ. सूर्या बाली "सूरज" on May 24, 2012 at 11:45pm

रेखा जी इस जोश भरते लेख के लिए बहुत बहुत बधाइयाँ ! ऐसे ही उत्साहवर्धक लेखों से दुनिया का अंधेरा दूर करते रहिए !!साभार !

Comment by Rekha Joshi on May 24, 2012 at 10:50pm

आदरणीय बागी जी ,आपका बहुत बहुत धन्यवाद ,आगे भी आप ऐसे ही मेरा उत्साह बढाते रहिये |आभार 


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on May 24, 2012 at 8:40pm

बहुत ही प्रेरणादायी लघु कथा की प्रस्तुति है, बहुत बहुत बधाई आदरणीया रेखा जोशी जी |

Comment by Bhawesh Rajpal on May 24, 2012 at 9:00am
इस प्रेरक कथा के लिए हार्दिक बधाई  !
- भवेश राजपाल  
Comment by MAHIMA SHREE on May 23, 2012 at 9:31pm
हारे मन में आशा का संचार करती रचना के लिए बहुत -२ हार्दिक बधाई आदरणीया रेखा जी
Comment by Rekha Joshi on May 23, 2012 at 8:37pm

आदरणीय प्रभाकर जी ,ऐसे ही मेरा उत्साह बढ़ाते रहे ,बहुत बहुत धन्यवाद |

Comment by Rekha Joshi on May 23, 2012 at 8:35pm

सीमा जी ,सादर ,रचना पसंद आने पर धन्यवाद ,आपका आभार |

Comment by Rekha Joshi on May 23, 2012 at 8:33pm

आदरणीय सुरेन्द्र जी ,आप इसे ही मेरा उत्साह बढ़ाते रहे ,रचना पसंद आने पर बहुत बहुत धन्यवाद |

Comment by Rekha Joshi on May 23, 2012 at 8:26pm

आदरणीय अशोक जी ,लघुकथा पसंद आई ,धन्यवाद |

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