आई है दीपावली, वंदित प्रथम गणेश,
महालक्ष्मी पूजिये, सुखमय भारत देश.
सुखमय भारत देश, दीप हर घर में चमकें,
अँधियारा हो दूर, सभी के तन-मन महकें,
'अम्बरीष' दें आज, सभी को बहुत बधाई,
विष्णुप्रिया हरि संग, गरुण वाहन पर आई..
सादर
Comment
धन्यवाद आदरणीय लड़ीवाला जी ! सादर
आपको भी सपरिवार हार्दिक शुभ कामनाए श्री अम्बरीश श्रीवास्तव जी
स्वागत है आदरणीय प्रदीप जी !
आदरणीय अम्बरीश जी,
सादर
आपको भी हार्दिक बधाई.
धन्यवाद आदरेया राजेश कुमारी जी, आपको भी इन सभी पर्वों की हार्दिक बधाई ! सादर
बहुत बढ़िया प्रस्तुति आदरणीय अम्बरीश जी आपको भी दीपावली ,गोवेर्धन पूजा और भाई दूज की हार्दिक शुभकामनाएं
स्वागत है आदरणीय अशोक कुमार जी ! आपको भी दीपावली की हार्दिक बधाई ! क्षमा करें ! कुछ आवश्यक व्यस्तता के कारण ओबीओ पर कम आ पा रहा हूँ ! सादर
धन्यवाद डॉ० प्राची जी, आपको भी इस त्यौहार पर पर अनेक बधाई !
धन्यवाद आदरणीय सौरभ जी. आपको भी दीपावली की हार्दिक बधाई ! क्षमा करें ! कुछ आवश्यक कार्यों में व्यस्त हूँ | सादर
हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण प्रसाद लड़ीवाला जी. इस महापर्व पर आपको भी अनेक बधाइयां|
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online