अब चाँद तारे ख्वाबों में आते नहीं,
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respected jitendra sir aapka bahut-bahut aabhar...
respected sir...jankari dene ke liye aapka bahut-bahut shukriya. chahte huye bhi hindi me pratikriya de pana mere liye bahut mushkil hai.phir bhi mai sikhne ki koshis kar rahi hun.roman me typing asmarthta ke karan hai..iske liye aap sabhi se mafi chahungi...
आदरणीया संजू जी हिन्दी टाइपिंग के लिए ओबीओ पर आपके पन्ने के दाहिनी ओर विकल्प मौजूद हैं उनका प्रयोग करें। आपको सुविधा होगी।
स्नेही संजू जी! सुंदर कविता है ....यही सुझाव दूंगी की एक बार आदरणीय बृजेश जी और आदरणीय अरुण जी की टिप्पणी पे गौर कीजिये
संजू जी कविता अच्छी बन पड़ी है, थोड़ी और कसावट की मांग कर रही है, साथ ही साथ बृजेश भाई जी कि बातों पर भी ध्यान दें, आप ओ बी ओ पर भी देव नागरी लिपि में लिख सकती हैं या फिर गूगल हिंदी टूल्स डाउनलोड कर सकती हैं. इस रचना हेतु हार्दिक बधाई स्वीकारें.
टिप्पणियां यदि देवनागरी लिपि में ही दी जाएं तो अच्छा है। वरना एक नया ट्रेंड शुरू हो जाएगा यहां।
aap sabhi ka bahut-bahut shukriya
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