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नारी [ कुण्डलिया ]

नारी सबला जानिए ,देकर अनुपम प्यार
नारी से नर उपजिया ,मानस पटल सुधार |
मानस पटल सुधार , जान नारी जस माता
जैसे करता करम ,फल वैसा तभी पाता |
नारी माँगे मान,जान ना उसको अबला
देकर अनुपम प्यार,जान लो नारी सबला ||

.................

मौलिक व अप्रकाशित 

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Comment

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Comment by Neeraj Neer on August 31, 2013 at 11:53am

बहुत सुन्दर !!!!

Comment by Shyam Narain Verma on August 31, 2013 at 11:52am
इस प्रस्तुति हेतु बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाएँ.

सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on August 31, 2013 at 11:23am

प्रिय सरिता जी बहुत सुन्दर प्रयास हुआ कुंडलिया पर ----कुछ सुझाव
नारी सबला जानिए ,देकर अनुपम प्यार
नारी से नर उपजिया ,मानस पटल सुधार |-----उपजिया शायद आपने नारी से ही नर पैदा होता के सन्दर्भ में लिया है यहाँ उपजिया की जगह जन्मता करें तो कैसा रहे
मानस पटल सुधार , जान नारी जस माता
जैसे करता करम ,फल वैसा तभी पाता |-----करम में टंकण त्रुटी हो गई है कर्म लिखें तो बात बन जायेगी
नारी माँगे मान,जान ना उसको अबला-----जान मत करें तो ठीक रहेगा वरना गायन में जान्ना आएगा
देकर अनुपम प्यार,जान लो नारी सबला ||


इस अनुपम प्रयास पर दिल से बधाई

Comment by annapurna bajpai on August 31, 2013 at 11:02am

आ0 सरिता जी बहुत ही बढ़िया कुण्डलिया वाह!

 

नारी सबला जानिए देकर अनुपम प्यार .........


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by गिरिराज भंडारी on August 31, 2013 at 10:44am

सरिता जी , नारी शक्ति की खासियत बताती बढ़िया कुंडलिया !! बधाई  !!

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