हार्इकू (सत्ता ही भत्ता)
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कन्या कुमारी
फैशन की बीमारी
पार्क घुमा री!
//2//
सुन्दर बेटी
भारतीय संस्कार
फूटती ज्वाला।
//3//
बेटी गहना
जुआरी क्या कहना
नेता आर्इना।
//4//
जय माता दी!
धार्मिक बोलबाला
देश में हिंसा।
//5//
लोक तंत्र क्या?
बलवा-व्यभिचार
जनता उदास।
//6//
बेरोजगार
हिंसा का पुरजोर
सत्ता ही भत्ता।
//7//
कटटरवाद
मानसिक विक्षिप्त
दंगा व्यसनी।
के0पी0सत्यम-मौलिक व अप्रकाशित
Comment
आ0 शिज्जू भार्इ जी, अपके स्नेह और उत्साहवर्धन हेतु आपका हार्दिक आभार। सादर,
आदरणीय केवल प्रसाद जी बहुत बढ़िया हाइकू रचे है, इस खूबसूरत रचना के लिये बधाई स्वीकार करें
आ0 अरून अनन्त भार्इ जी, हार्इकू कविता पर विशेष स्नेह और उत्साहवर्धन करने हेतु आपका हार्दिक आभार। सादर,
आ0 रामशिरोमणि भार्इ जी, हार्इकू कविता पर विशेष स्नेह और उत्साहवर्धन करने हेतु आपका हार्दिक आभार। सादर,
आदरणीय भाई केवल जी,बहुत सुन्दर हाइकू रचे है अपने //हार्दिक बधाई आपको
आदरणीय केवल भाई जी वर्तमान परिस्थिति पर बेहतरीन हाइकू रचे हैं आपने बहुत बहुत बधाई
वाह आ0 केवल प्रसाद जी..... सभी हाइकू बेहद सुंदर एवं सार्थक बन पड़ें हैं.... बधाई हो
आ0 भंडारी भार्इ जी, हार्इकू रचना पर अपार स्नेह, अनुमोदन और उत्साहवर्धन हेतु आपका तहेदिल से बहुत-बहुत आभार। सादर,
आ0 आशुतोष भार्इ जी, हार्इकू रचना पर अपार स्नेह, अनुमोदन और उत्साहवर्धन हेतु आपका तहेदिल से बहुत-बहुत आभार। सादर,
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