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शिवरात्रि दोहावली

उत्सव भारत देश के ,करें सभी हम गर्व
फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी , महाशिवरात्रि पर्व /


फाल्गुन में शिवरात का होता पर्व विशेष
रंगों भरी फुहार से मिटाओ गिले द्वेष /


मध्यरात अवतरित हो धरा रूप सारंग
गले में सर्प हार औ रमे भस्म से अंग/


रूद्र रूप को देख के भर लो ह्रदय उमंग
शिव शक्ति का मिलनदिवस मनाओ प्रेम संग /


सदा ही मिले आपको शिव का आशीर्वाद
शिव के नित उपवास से मिले दुआ प्रसाद /


धतूरे बेलपत्र से, करना कर्म विशेष
महाशिवरात्रि पर्व की शुभकामना अशेष /

..................................................

..........मौलिक व अप्रकाशित.............

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Comment by बृजेश नीरज on March 2, 2014 at 8:30am

अच्छे दोहे हैं! आपको हार्दिक बधाई!

Comment by annapurna bajpai on March 1, 2014 at 1:26pm

महा शिवरात्रि पर रचे गए सुंदर दोहे , बहुत बधाई आपको आ0 सरिता जी  । 

Comment by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on March 1, 2014 at 12:30pm

महाशिवरात्रि पर्व के उपलक्ष में रचित भाव पूर्ण दोहे 

Comment by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' on March 1, 2014 at 7:14am

आदरणीया सरिता जी भावपूर्ण शिवदोहावली के लिए हार्दिक बधाई .

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