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सुन्दर ,
आदरणीया शशि जी, आपकी यह लघुकथा आजके दौर का सबसे ज्वलंत समस्या उठाती हुई है.
हार्दिक शुभकामनाएँ
सादर
सत्यता पर चोट करती सुंदर लघु कथा के लिए हार्दिक बधाई आदरणीया।
सुन्दर लघुकथा के लिये आपको बधाई ॥ |
वाह! वाह! बेहतरीन लघुकथा हुयी है,आजकल कमोबेश सभी जगहों पर शिक्षा की स्थिति ऐसी ही है,इस विषय प्र और लघुकथाए आनी चाहिए! आपको हृदयतल से बधाई व् शुभकामनाए आ० शशि बंशल ज़ी!
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