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दोधक छ्न्द(प्रथम प्रयास)/सतविन्द्र कुमार

दोधक छंद(गीत)
प्रथम प्रयास
211 211 211 22
----
देख लिया सब हाल सँभालो
देश हुआ बदहाल सँभालो

बाढ़ कहीँ,जल भी कब आया
मान लिया सब ईश्वर माया
ईश्वर को तुम साथ मिलालो
देश हुआ बदहाल सँभालो।1।

कीमत जीवन की पहचानो
पेट भरें अपना सब जानो
भूख किसी पर थोप न डालो
देश हुआ बदहाल सँभालो ।2।

सोच लिए चलते घटिया जो
बात सभी करते घटिया जो
राष्ट्र विरोधि जुबान दबालो
देश हुआ बदहाल सँभालो।3।

मौलिक एवं अप्रकाशित

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Comment by सतविन्द्र कुमार राणा on August 12, 2016 at 9:28am
अनुमोदन एवं प्रोत्साहन के लिए हार्दिक आभार,आ केवल प्रसाद जी।सादर
Comment by केवल प्रसाद 'सत्यम' on August 11, 2016 at 5:13pm

आ0 सतविन्द्र भाई जी, बहुत सुंदर प्रयास हुआ है। बधाई।

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