Comment
वाह्ह्ह्ह लग नहीं रहा है की आपका ये पहला प्रयास है लघु कथा पर आपसे संभावनाएं अपेक्षाएँ बढ़ गई हैं अब आद० डॉ० आशुतोष जी ओबीओ के प्रति मन के भावों को प्रकट करने के लिए लघु कथा का बेहतरीन माध्यम चुना है आपने ओबीओ परिवार के सदस्य होने के नाते हम सभी रचनाकारों को मुग्ध कर दिया आपने बस अब लघु कथाओं पर काम शुरू कर दीजिये इस बार के आयोजन में आपकी लघु कथा देखना चाहूँगी .इस लघु कथा के लिए दिल से बधाई लीजिये .
आ० आशुतोष जी , आपने इस कथा के माध्यम से ओ बी ओ के मुख्य प्रतिपाद्य को बहुत अच्छी तरह प्रकट किया और चूंकि आपका यह प्रयास पहला है तो फिर और कुछ कहने की आवश्यकता नहीं रह जाती . आपका यह पथ भी प्शस्त हो . सादर .
हार्दिक बधाई आदरणीय डॉ आशुतोष मिश्रा जी।ओ बी ओ के संदर्भ में आपने एक लघुकथा के रूप में जो विचार प्रकट किये, वह निश्चित रूप से एक सराहनीय और प्रशंसनीय कार्य है।इसमें सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें कोई लाग लपेट नहीं है, जो कुछ भी लिखा है वह शत प्रतिशत सत्य है।यह एक गौरवशाली और निष्पक्ष मंच है।यहाँ की मुख्य विशेषता यही है कि नये प्रवेशार्थियों/नवांकुरों को अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जाता है, जिससे कि वे भविष्य में मज़बूती से अपने क़दम आगे बढ़ा सकें।लघुकथा लेखन में आपका स्वागत है।ओ बी ओ के सभी लघुकथाकारों की ओर से आपको शुभ कामनायें।सादर।
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online