ग़ज़ल 
मीत   मेरे   मैं   तुम्हारी   रूह   का   श्रृंगार   हूँ |
प्यार हो तुम मेरे दिल का, मैं तुम्हारा  प्यार हूँ ||
हर   ख़ुशी  और  राह  मेरी,   मीत  मेरे  एक है,
तू मेरा आधार  प्रियतम,  मैं   तेरा  आधार  हूँ ||
तू खुदा मेरा है  हमदम, मैं तेरे दिल का खुदा,
तू मेरा गमख्वार जानम, मैं तेरा गमख्वार हूँ ||
हमकदम,  हम  एक दूजे के लिए हैं इस तरह,
तू अगर जीवन की नैया,  मैं  तेरा  पतवार  हूँ ||
हमनशीं, हमराज़, हम यूँ दो बदन एक जान हैं, 
तू  मेरा  संसार  है  और  मैं   तेरा   संसार   हूँ ||
                      रचनाकार - अभय दीपराज 
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