आदरणीय साथिओ,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
ईस्टर एग दरअसल जानबूझ कर की गई एक हरकत/शरारत होती है, जो प्राप्तकर्ता के चेहरे पर मुस्कान लाने में सक्षम होती है. उदाहरण के लिए आपने ऑनलाइन शोपिंग के ज़रिये किसी सब्जी के 5 पेकेट बीज मंगवाए, लेकिन जब वह पेकेट आपके पास पहुंचा तो उसमे 2 पेकेट किसी और सब्जी के भी उपहारस्वरूप आपको प्राप्त हुए. आप होटल में खाना खाकर निकलने को हुए तो आपको बताया गया कि आप उनके 100 या 500 वें ग्राहक हैं इसलिए आपको कोई कीमती तोहफा दिया जा रहा है. इसी तरह समाचार पत्र में कोई समाचार देते समय एडिटर कुछ टंकण एवं तथ्यात्मक त्रुटियाँ जान बूझकर छोड़ देते हैं ताकि प्रूफ रीडर व कनिष्ठ संपादकों के ज्ञान की परीक्षा ली जा सके. आप क्योंकि बहुत पैनी दृष्टि से टंकण त्रुटियाँ ढूंढते हैं तो आपके लिए एकाध ईस्टर एग छोड़ने में मज़ा आता है.
अहा | एक और नए नज़रिए के साथ आपकी यह लघुकथा भी लाजवाब है आदरणीय सर | आपका ऑब्जरवेशन कमाल का है | हार्दिक बधाई इस लघुकथा के लिए |
हार्दिक आभार आ० कल्पना भट्ट जी.
दिल से शुक्रिया रश्मि तरीका जी.
उत्साहवर्धन हेतु हार्दिक आभार भाई राज्यवर्धन सिंह जी.
आदरणीय योगराज सर ..बहुत ही शसक्त लघु कथा है सार्थक सन्देश देती इस रचना पर ढेर सारी बधाई प्रेषित कर रहा हूँ सादर प्रणाम के साथ
बहुत बहुत शुक्रिया डॉ आशुतोष मिश्रा जी.
यह सब आपकी ज़र्रानवाजी है आ० ओमप्रकाश क्षत्रिय जी, हौसला अफजाई के लिए हार्दिक आभार स्वीकार करें.
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |